आजादी की सालगिरह की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति मुर्मू ने देश को संबोधित किया. 77वें स्वतंत्रता दिवस के जश्न से पहले दिल्ली में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
नई दिल्ली – राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा संविधान हमारा मार्गदर्शक दस्तावेज है. संविधान की प्रस्तावना में हमारे स्वाधीनता संग्राम के आदर्श समाहित हैं. आइए, हम अपने राष्ट्र निर्माताओं के सपनों को साकार करने के लिए सद्भाव और भाई-चारे की भावना के साथ आगे बढ़ें.
राष्ट्रपति ने जलवायु परिवर्तन का किया जिक्र
राष्ट्रपति ने कहा कि एक क्षेत्र जिस पर पूरे विश्व के वैज्ञानिकों और नीति निर्माताओं को और अधिक तत्परता से ध्यान देना चाहिए वह है- जलवायु परिवर्तन. पर्यावरण के हित में स्थानीय, राष्ट्रीय तथा वैश्विक स्तर पर प्रयास करना अनिवार्य है. हम सभी अपने संवैधानिक मूल-कर्तव्य को निभाने का संकल्प लें तथा व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में उत्कर्ष की ओर आगे बढ़ने का सतत प्रयास करें ताकि हमारा देश निरंतर उन्नति करते हुए कर्मठता तथा उपलब्धियों की नई ऊंचाइयां हासिल करे.
राष्ट्रपति का संबोधन
राष्ट्रपति ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सौर-ऊर्जा अभियान को भारत ने नेतृत्व प्रदान किया है. विश्व समुदाय को हमने LiFE यानि Lifestyle for Environment का मंत्र दिया है. लोभ की संस्कृति दुनिया को प्रकृति से दूर करती है और अब हमें यह एहसास हो रहा है कि हमें अपनी जड़ों की ओर लौटना चाहिए. जनजातीय समुदायों द्वारा युगों से अपना अस्तित्व बनाए रखने के रहस्य को एक शब्द में ही व्यक्त किया जा सकता है. वह शब्द है: हमदर्दी.
चंद्रयान- 3 का किया जिक्र
राष्ट्रपति ने कहा कि मैं एक शिक्षक रही हूं, इस नाते भी मैंने यह समझा है कि शिक्षा, सामाजिक सशक्तीकरण का सबसे प्रभावी माध्यम है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन नई ऊंचाइयों को छू रहा है और उत्कृष्टता के नए आयाम स्थापित कर रहा है. ISRO ने चंद्रयान- 3 लॉन्च किया है, जो चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कर चुका है. चंद्रमा का अभियान अन्तरिक्ष के हमारे भावी कार्यक्रमों के लिए केवल एक सीढ़ी है. हमें बहुत आगे जाना है.
बड़ी संख्या में लोगों को गरीबी से बाहर निकालना संभव हुआ- राष्ट्रपति
राष्ट्रपति ने कहा कि वंचितों को वरीयता प्रदान करना हमारी नीतियों और कार्यों के केंद्र में रहता है. परिणामस्वरूप पिछले दशक में बड़ी संख्या में लोगों को गरीबी से बाहर निकालना संभव हो पाया है. मैं अपने आदिवासी भाई-बहनों से अपील करती हूं कि आप सब अपनी परंपराओं को समृद्ध करते हुए आधुनिकता को अपनाएं. जरूरतमंदों की सहायता के लिए विभिन्न क्षेत्रों में पहल की गयी है तथा व्यापक स्तर पर कल्याणकारी कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.
राष्ट्रपति ने अर्थव्यवस्था पर क्या कहा?
राष्ट्रपति ने कहा कि देश ने चुनौतियों को अवसरों में बदला है और प्रभावशाली GDP ग्रोथ भी दर्ज की है. मुश्किल दौर में भारत की अर्थव्यवस्था न केवल समर्थ सिद्ध हुई है बल्कि दूसरों के लिए आशा का स्रोत भी बनी है. भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा.
भारत पूरी दुनिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा- राष्ट्रपति
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत, पूरी दुनिया में, विकास के लक्ष्यों और मानवीय सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. चूंकि G20 समूह दुनिया की दो-तिहाई जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए यह हमारे लिए वैश्विक प्राथमिकताओं को सही दिशा में ले जाने का एक अद्वितीय अवसर है.
महिला सशक्तीकरण को प्राथमिकता दें- राष्ट्रपति
राष्ट्रपति ने कहा कि आज महिलाएं विकास और देश सेवा के हर क्षेत्र में बढ़-चढ़कर योगदान दे रही हैं तथा राष्ट्र का गौरव बढ़ा रही हैं. आज हमारी महिलाओं ने ऐसे अनेक क्षेत्रों में अपना विशेष स्थान बना लिया है जिनमें कुछ दशकों पहले उनकी भागीदारी की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी. मैं सभी देशवासियों से आग्रह करती हूं कि वे महिला सशक्तीकरण को प्राथमिकता दें. मैं चाहूंगी कि हमारी बहनें और बेटियां साहस के साथ, हर तरह की चुनौतियों का सामना करें और जीवन में आगे बढ़ें.
राष्ट्रपति का संबोधन
राष्ट्रपति ने कहा कि सरोजिनी नायडू, अम्मू स्वामीनाथन, रमा देवी, अरुणा आसफ़ अली और सुचेता कृपलानी जैसी अनेक महिला विभूतियों ने अपने बाद की सभी पीढ़ियों की महिलाओं के लिए आत्म-विश्वास के साथ, देश तथा समाज की सेवा करने के प्रेरक आदर्श प्रस्तुत किए हैं.
हमारे कर्तव्य भी समान हैं- राष्ट्रपति
राष्ट्रपति ने कहा कि हम सभी, समान रूप से, इस महान देश के नागरिक हैं. हम सब को समान अवसर और अधिकार उपलब्ध हैं तथा हमारे कर्तव्य भी समान हैं. गांधीजी तथा अन्य महानायकों ने भारत की आत्मा को फिर से जगाया और हमारी महान सभ्यता के मूल्यों का जन-जन में संचार किया. भारत के ज्वलंत उदाहरण का अनुसरण करते हुए, हमारे स्वाधीनता संग्राम की आधारशिला- ‘सत्य और अहिंसा’ – को पूरी दुनिया के अनेक राजनीतिक संघर्षो में सफलतापूर्वक अपनाया गया है.
हमारी एक पहचान सबसे ऊपर कि हम भारत के नागरिक हैं- राष्ट्रपति
राष्ट्रपति ने कहा कि जाति, पंथ, भाषा और क्षेत्र के अलावा, हमारी अपने परिवार और कार्य-क्षेत्र से जुड़ी पहचान भी होती है, लेकिन हमारी एक पहचान ऐसी है जो इन सबसे ऊपर है, और हमारी वह पहचान है, भारत का नागरिक होना.
यह दिन हम सब के लिए गौरवपूर्ण और पावन- राष्ट्रपति
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देश को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर आप सभी को मेरी हार्दिक बधाई. यह दिन हम सब के लिए गौरवपूर्ण और पावन है. चारों ओर उत्सव का वातावरण देखकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है.
धर्मेंद्र प्रधान की अगुवाई में निकाली गई तिरंगा यात्रा
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अगुवाई में भुवनेश्वर में ‘तिरंगा यात्रा’ निकाली गई.
दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
दिल्ली के सीपी स्पेशल सेल एच.जी.एस. धालीवाल ने कहा कि हमने कल (15 अगस्त) को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जो भी करने की जरूरत है, उसे लागू किया गया है. इस बार 15 अगस्त ज्यादा संवेदनशील इसलिए भी हो जाता है चूंकि तीन सप्ताह बाद भारत की अध्यक्षता में जी-20 के मुख्य कार्यक्रम दिल्ली में होने हैं. इसे लेकर सुरक्षा की दृष्टि से हम सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं.
स्वतंत्रता दिवस से पहले बीएसएफ की महिला विंग मुस्तैद
स्वतंत्रता दिवस से पहले, बीएसएफ की महिला विंग बीएसएफ जवानों के साथ जम्मू में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर चिनाब नदी के किनारे गश्त कर रही है.
77वें स्वतंत्रता दिवस के जश्न की तैयारियां जोरों पर हैं. पीएम मोदी आजादी की सालगिरह के मौके पर लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. इस दौरान वो इस ऐतिहासिक इमारत से राष्ट्र को भी संबोधित करेंगे. वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 77वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 14 अगस्त को राष्ट्र को संबोधित करेंगी. राष्ट्रपति भवन ने रविवार को एक बयान में कहा कि यह संबोधन आकाशवाणी के पूरे राष्ट्रीय नेटवर्क पर शाम सात बजे से प्रसारित किया जाएगा और दूरदर्शन के सभी चैनल पर हिंदी में और उसके बाद अंग्रेजी में प्रसारित किया जाएगा.
आजादी के जश्न के मौके पर राष्ट्रीय समर स्मारक, इंडिया गेट, विजय चौक सहित 12 स्थानों पर सरकार की विभिन्न योजनाओं और पहल को समर्पित ‘सेल्फी प्वाइंट’ बनाये गए हैं. ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ का आगाज प्रधानमंत्री ने 12 मार्च, 2021 को गुजरात के अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम से किया था.
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर‘गार्ड ऑफ ऑनर’ की कमान मेजर विकास सांगवान के हाथों में होगी. ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ के बाद, प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर की ओर बढ़ेंगे, जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री, रक्षा राज्य मंत्री, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी करेंगे. झंडा फहराए जाने के बाद, तिरंगे को ‘राष्ट्रीय सलामी’ दी जाएगी.
सेना का बैंड, जिसमें एक जेसीओ और 20 अन्य सैन्यकर्मी शामिल होंगे, राष्ट्रीय ध्वज फहराने और ‘राष्ट्रीय सलामी’ प्रस्तुत करने के दौरान राष्ट्रगान बजाएगा. प्रधानमंत्री जैसे ही राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे, इस दौरान भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर मार्क-3 ध्रुव कार्यक्रम स्थल पर पुष्पवर्षा करेंगे. इसके बाद, प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित लालकिले पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को 77वें स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारी के बीच लालकिले की सुरक्षा के लिए चेहरे की पहचान करने वाले 1,000 कैमरे, ड्रोन रोधी प्रणाली और निगरानी के लिए 10,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किये गए हैं. लालकिले पर कोविड-19 रोधी कोई पाबंदी नहीं होगी. हरियाणा के नूंह और आसपास के इलाकों में हाल की हिंसा को ध्यान में रखते हुए कड़ी निगरानी सुनिश्चित की जा रही है. स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर, राजघाट, आईटीओ, लालकिला आदि के आसपास के इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है। इन क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की सभा की अनुमति नहीं है.’’