संसद के मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पर दूसरे दिन बहस करते हुए राहुल गांधी ने जमकर मोदी सरकार घेरा। राहुल गांधी ने अपने भाषण में भारत जोड़ो यात्रा और मणिपुर को लेकर बात की।
नई दिल्ली – संसद के मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पर दूसरे दिन बहस करते हुए राहुल गांधी ने जमकर मोदी सरकार घेरा। राहुल गांधी ने अपने भाषण में भारत जोड़ो यात्रा और मणिपुर को लेकर बात की। इसी बीच कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि संसद टीवी ने मणिपुर मुद्दे पर लोकसभा में दिए गए राहुल गांधी का सिर्फ चार मिनट का ही भाषण दिखाया है जबकि उन्होंने 16 मिनट तक इस मुद्दे पर अपनी बात रखी। कांग्रेस ने इसे सरकार का डर तथा तानाशाही करार दिया और कहा, ‘‘तानाशाह कितना डरपोक है
राहुल गांधी मणिपुर पर 15 मिनट 42 सेकंड बोले
राहुल गांधी सदन में मणिपुर पर 15 मिनट 42 सेकंड बोले। इस दौरान संसद टीवी पर 11 मिनट 08 सेकंड तक स्पीकर ओम बिरला जी को दिखाया गया। राहुल गांधी को सिर्फ चार मिनट दिखाया गया।” कांग्रेस ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी जी हिंदुस्तान की आवाज़ नहीं सुनते हैं, बल्कि ‘इनकी’ आवाज़ सुनते हैं। यह कहते हुए राहुल जी ने सदन में एक तस्वीर दिखाई लेकिन तब संसद टीवी का कैमरा स्पीकर ओम बिरला जी पर टिका रहा। पूरा देश जानता है ऐसा क्यों हुआ-‘दोस्ती बनी रहे’।”
थरूर ने राहुल गांधी के भाषण को जोरदार बताया
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने राहुल गांधी के भाषण पर कहा, ‘‘लोकसभा में राहुल गांधी का अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में जो भाषण दिया वह जोरदार रहा। स्मृति ईरानी ने गांधी के भाषण को लेकर सदन में जो कुछ कहा वह पूरी तरह से पुरानी बातों पर केंद्रित रहा। उन्होंने कांग्रेस शासन के तहत कई दशकों से चली आ रही घटनाओं और अत्याचारों की एक श्रृंखला का जिक्र करते हुए दावा किया कि स्थिति कांग्रेस शासन में भी उतनी ही खराब थीं। उनके भाषण का यह तर्क परोक्ष रूप से सरकार की विफलताओं को लेकर विपक्ष के आरोपों का ही समर्थन करती है। जब वह यह कह रही हों कि ‘तो क्या हुआ’ तुम भी तो अच्छे नहीं थे। अपनी बातों में इस तरह का सहारा लेना हमेशा एक ऐसी स्वीकृति होती है जिसका आपके पास कोई ठोस जवाब नहीं होता है, स्मृति जी!”