भाजपा के वरिष्ठ नेता और जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित के पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि सहकारी बैंक का अध्यक्ष रहते उन्होंने 15 करोड़ रुपये का घोटाला किया है।
दुर्ग – दुर्ग जिला केंद्रीय सहकारी बैंक पूर्व अध्यक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रीतपाल बेलचंदन को आज दुर्ग सिटी कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बेलचंदन को उनके सन्तराबाड़ी निवास से गिरफ्तार किया गया हैं। हाईकोर्ट के निर्देशानुसार चालान पेश करने के बाद कोर्ट में पेश किया जायेगा।
गौरतलब है कि बेलचंदन लगातार 20 वर्षों तक दुर्ग जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष रहे हैं। उस दौरान उन पर करोड़ों रुपए के घोटालों का आरोप लगा है। अब उस मामले में आज गिरफ्तारी हुई है। उनके गिरफ्तारी से दुर्ग की राजनीति गरमाते नजर आ रही है। चुनावी वर्ष में उनकी गिरफ्तारी से दुर्ग की राजनीति का माहौल भी गरम है। सन 2008 में भाजपा की टिकट से उन्होंने दुर्ग ग्रामीण से चुनाव लड़ा था । वे महज 1500 वोट से चुनाव हार गए थे।
इस बार भी दुर्ग ग्रामीण में बीजेपी से कड़ी दावेदारी मानी जा रही थी। इस बीच उनकी गिरफ्तारी ने उनके शुभचिंतकों व पार्टी को सकते में डाल दिया है। उनकी गिरफ्तारी के बाद जब पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन को दुर्ग सिटी कोतवाली द्वारा न्यायालय में पेश करने के पहले डॉक्टर मुलाई जाकर ले जाया जा रहा था, तब उनको मीडिया ने घेर लिया और उनसे कुछ सवाल करना चाहा तो उन्होंने मीडिया के किसी भी सवालों का जवाब देने से मना कर दिया।
बेलचंदन पर अपने प्रभाव का प्रयोग कर करोड़ों रुपयों के हेरफेर का आरोप है जिससे उन्होंने अपने शुभचिंतकों को लाभ दिलवाया था।इस मामले में एफआईआर दर्ज हुई थी जिसके बाद वह फरार चल रहे थे। जमानत याचिका खारिज हो जाने के बाद आज सुबह दुर्ग सिटी कोतवाली पुलिस ने उन्हें अपने घर से गिरफ्तार किया है।
234 मामलों में बांटा साढ़े 13 करोड़ का लोन
जांच में सामने आया कि बिना पंजीयक सहकारी संस्थाएं की अनुमति के 234 प्रकरणों में करीब साढ़े तेरह करोड़ रुपयों का लोन आरोपी प्रीतपाल ने बांट दिया। प्रीतपाल ने हाईकोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। अब कोर्ट के ही आदेश पर पुलिस ने प्रीतपाल बेलचंदन की गिरफ्तारी की है। पुलिस ने आरोपी को हाईकोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। दुर्ग एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेश पर ही कार्यवाही की गई है।
चुनिंदा किसानों को ऋण दिया, फिर छूट देकर किया गबन
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष राजेंद्र साहू ने बताया कि 15 साल में भाजपा के शासन काल में प्रीतपाल बेलचंदन को बैंक का अध्यक्ष बनाया गया था। अपने लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए उन्होंने खाद और अनुदान और लोन के नाम पर करोड़ों रुपयों का घोटाला किया। 5 अगस्त 2016 से 12 जून 2019 के बीच प्रीतपाल बेलचंदन के अध्यक्ष रहते चुनिंदा किसानो को ऋण दिया गया था, लेकिन 186 प्रकरणों में एकमुश्त समझौता में छूट प्रदान कर करोड़ों रुपयों का गबन किया गया।