एनसीआरबी की रिपोर्ट बताती है कि राजस्थान में 2021 के दौरान 6337 रेप के मामले दर्ज हुए थे। रेप का यह आंकड़ा, किसी भी राज्य में सर्वाधिक रहा है। छत्तीसगढ़ में रेप की 1093 घटनाएं हुई थीं। मध्यप्रदेश में 2947, यूपी में 2845 और महाराष्ट्र में यह संख्या 2496 रही है…
नई दिल्ली – मणिपुर में यौन हिंसा का वीडियो वायरल होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, मेरा हृदय आज पीड़ा से भरा है, क्रोध से भरा है। मणिपुर की घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मसार करने वाली घटना है। पाप करने वाले कितने हैं और कौन हैं, ये अपनी जगह है। ये बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार होना पड़ा है। हालांकि इस दौरान पीएम मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों से महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध के प्रति कठोर कदम उठाने की अपील करते हुए कहा, घटना चाहे राजस्थान की हो, छत्तीसगढ़ की हो या फिर मणिपुर की हो, कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
एनसीआरबी की रिपोर्ट बताती है कि राजस्थान में 2021 के दौरान 6337 रेप के मामले दर्ज हुए थे। रेप का यह आंकड़ा, किसी भी राज्य में सर्वाधिक रहा है। छत्तीसगढ़ में रेप की 1093 घटनाएं हुई थीं। मध्यप्रदेश में 2947, यूपी में 2845 और महाराष्ट्र में यह संख्या 2496 रही है। देश में पांच वर्ष यानी 1825 दिनों में डेढ़ लाख महिलाओं से बलात्कार हुआ है। यानी रोजाना 87 महिलाओं की इज्जत लूटी जा रही है।
पांच साल में किस राज्य में सर्वाधिक बलात्कार के मामले
एनसीआरबी की रिपोर्ट 2021 के मुताबिक, बलात्कार की घटना वाले टॉप-10 राज्यों में छत्तीसगढ़ शामिल नहीं है। साल 2020 की रिपोर्ट में भी छत्तीसगढ़, टॉप-10 स्टेट में शामिल नहीं है। हालांकि राजस्थान, 2021 और 2020 में रेप की घटनाओं में टॉप पर रहा है। 2019 के दौरान भी राजस्थान में ही बलात्कार के सर्वाधिक 5997 मामले सामने आए थे। साल 2018 में राजस्थान, टॉप पर नहीं था। उस वक्त मध्यप्रदेश, बलात्कार के 5433 मामलों के साथ टॉप पर था। राजस्थान का नंबर दूसरा था। साल 2017 में भी मध्यप्रदेश बलात्कार के मामलों में टॉप पर रहा। दूसरा नंबर उत्तर प्रदेश का था। तीसरे स्थान पर राजस्थान था।
साल 2021 में देश में रेप के कुल 31677 मामले सामने आए थे। वर्ष 2020 में बलात्कार की 28046 घटनाएं हुई थीं। अगर पीड़ितों की संख्या देखें, तो वह आंकड़ा 28153 रहा है। साल 2019 में रेप के 32033 मामले देखने को मिले थे। इनमें पीड़ित महिलाओं की संख्या 32260 रही है। वर्ष 2018 में रेप के कुल 33356 मामले सामने आए थे। पीड़ितों की संख्या 33977 रही है। साल 2017 के दौरान बलात्कार के 32559 केस देखने को मिले थे। इन मामलों में पीड़ितों की संख्या 33658 रही है। विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पांच साल के दौरान 159048 से अधिक रेप के मामले सामने आए हैं।
2021 में टॉप 10 राज्यों में रेप के मामले | |
राजस्थान | 6337 |
मध्यप्रदेश | 2947 |
उत्तर प्रदेश | 2845 |
महाराष्ट्र | 2496 |
असम | 1733 |
हरियाणा | 1716 |
ओडिशा | 1456 |
झारखंड | 1425 |
आंध्रप्रदेश | 1188 |
पश्चिम बंगाल | 1123 |
2020 में टॉप 10 राज्यों में रेप के मामले | |
राजस्थान | 5310 |
मध्यप्रदेश | 2339 |
उत्तर प्रदेश | 2769 |
महाराष्ट्र | 2061 |
असम | 1657 |
हरियाणा | 1373 |
ओडिशा | 1211 |
झारखंड | 1321 |
आंध्रप्रदेश | 1095 |
पश्चिम बंगाल | 1128 |
2019 में टॉप 10 राज्यों में रेप के मामले | |
राजस्थान | 5997 |
उत्तर प्रदेश | 3065 |
मध्यप्रदेश | 2485 |
महाराष्ट्र | 2299 |
केरल | 2023 |
असम | 1773 |
हरियाणा | 1480 |
झारखंड | 1416 |
ओडिशा | 1382 |
आंध्रप्रदेश | 1086 |
2018 में टॉप 10 राज्यों में रेप के मामले | |
मध्यप्रदेश | 5433 |
राजस्थान | 4335 |
उत्तर प्रदेश | 3946 |
महाराष्ट्र | 2142 |
छत्तीसगढ़ | 2091 |
केरल | 1945 |
असम | 1648 |
हरियाणा | 1296 |
झारखंड | 1090 |
पश्चिम बंगाल | 1069 |
2017 में टॉप 10 राज्यों में रेप के मामले | |
मध्यप्रदेश | 5562 |
उत्तर प्रदेश | 4246 |
राजस्थान | 3305 |
ओडिशा | 2070 |
केरल | 2003 |
महाराष्ट्र | 1933 |
छत्तीसगढ़ | 1908 |
असम | 1772 |
हरियाणा | 1099 |
पश्चिम बंगाल | 1084 |