रायपुर – जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ की सियासत गरमाती जा रही है। पीसीसी चीफ बदले जाने के बाद अब स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पूर्व पीसीसी चीफ मोहन मरकाम को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के पद से हटाए जाने के बाद उन्हें कैबिनेट में जगह मिल सकती है। कल सुबह साढ़े 11 बजे राजभवन में मंत्री पद की शपक्ष दिलाई जाएगी। इसे लेकर राजभवन में तैयारियां शुरू हो चुकी है। इसके साथ ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके धनेन्द्र साहू को भी मंत्री बनाया जा सकता है। इस संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी आज मीडिया से चर्चा में संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि देखिए और इंतजार कीजिए। दूसरी ओर मरकाम और धनेन्द्र साहू के अलावा भी एक और नेता को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है, जो सत्यनारायण शर्मा हो सकते हैं हालांकि अभी ये केवल चर्चा हैं। पुष्ट नहीं है।
इससे पहले गोविंदपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस्तीफा दिया नहीं जाता, ले लिया जाता है। मंत्रिमंडल से हटने का उनके चेहरे पर हाव भाव साफतौर पर देखा गया। उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा कि मंत्री मंडल में किसी को रखना और नहीं रखना ये मुख्यमंत्री के विवेकाधिकार पर निर्भर करता है। मुख्यमंत्री पूरे राज्य के होते हैं। मत्रिमंडल में किसको जगह कहां देना है। उनका प्रसाद होता है। वो जब चाहे , जिसे प्रसाद दे सकते हैं। मुझसे कहा गया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का निर्देश है, आपको इस्तीफा देना है। एक सवाल पर कहा कि इस्तीफा दिया नहीं जाता, उसे लिया जाता है। इस्तीफा देने की जो प्रक्रिया है, उसका पालन किया गया है।
‘पार्टी का जो निर्देश होगा, उसके हिसाब से काम करुंगा’
चुनाव से पूर्व मंत्रिमंडल में फेरबदल पर डा. प्रेमसाय सिंह ने कहा कि ये सब चलता रहता है। संगठन और पार्टी की प्रक्रिया है। आगे चुनाव में काम करना है। पार्टी का जो निर्देश होगा, उसके हिसाब से काम करना है। डा. प्रेमसाय ने अपनी टिकट कटने के सवाल पर कहा कि किसका टिकट कटेगा और किसका नहीं कटेगा, ये अलग बात है, लेकिन पार्टी हित में काम करना है। बता दें कि प्रेमसाय सिंह स्कूल शिक्षा और आदिम जाति कल्याण मंत्री थे।
मोहन मरकाम बन सकते हैं मंत्री
सियासी गलियारे में चर्चा है कि पूर्व पीसीसी चीफ मोहन मरकाम मंत्री बनाए जा सकते हैं। इससे खुश मोहन मरकाम ने आज गुरुवार को अपने समर्थकों को मिठाई खिलाकार हर्ष जताया। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस संगठन में दो बड़े बदलाव होने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस के चुनाव से पहले बस्तर और सरगुजा विधानसभा सीट पर चिंता झलक दिख रही है। आदिवासी संभागों की 26 सीटों पर कांग्रेस की नजर है। अभी हाल ही में कांग्रेस ने टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाकर सरगुजा संभाग को फिर से साधने की कोशिश की है। दूसरा बड़ा बदलाव बस्तर सांसद दीपक बैज को प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी देकर किया गया है। बस्तर संभाग की 12 विधानसभा सीट में सभी पर कांग्रेस के विधायक हैं। सांसद बैज के लोकसभा क्षेत्र की आठ सीट बस्तर संभाग से ही आती हैं। माना जा रहा है कि बैज के आठ विधानसभा सीट पर प्रभाव को देखते हुए उन्हें मोहन मरकाम की जगह पीसीसी चीफ बनाया गया। दूसरी ओर बीजेपी ने भी पिछले साल विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय को हटाकर अरुण साव को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था।
4 मंत्रियों के इस्तीफे की चर्चा
छत्तीसगढ़ के सियासत में 4 मंत्रियों के इस्तीफे की चर्चा चल रही है। प्रेम साय टेकाम के बाद रविंद्र चौबे के भी इस्तीफा दिए जाने की खबर है। हालांकि ये अभी तक पुष्ट नहीं है। रविंद्र चौबे मंत्री टीएस सिंहदेव के पंचायत विकास विभाग के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद चौबे ही यह जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। रविंद्र चौबे का स्वास्थ्य लगाताार खराब चलने से उनके इस विभाग की जिम्मेदारी अन्य किसी विधायक को दी जा सकती है। सीनियर विधायक धनेन्द्र साहू को मंत्री बनाए जाने की सुगबुगाहट है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में ही बना था प्रदेश अध्यक्ष बदलने का प्लान
मुख्यमंत्री बघेल ने शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम के इस्तीफे पर कहा कि टेकाम का इस्तीफा मिला है, राज्यपाल को भेजा गया है। छत्तीसगढ़ के बस्तर सांसद दीपक बैज को पीसीसी चीफ बनाए जाने पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि संगठन में अलग-अलग लोगों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी जाती है। उनका दो कार्यकाल रिपीट हुआ था। सभी प्रदेशों में बदलाव किया गया है। यह निर्णय रायपुर में हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में ही लिया गया था। इसमें कहा गया था कि 50 साल से कम उम्र के लोगों को तवज्जों दिया जाए। हमारे यहां छत्तीसगढ़ में इसकी शुरुआत भी हो गई है। सांसद दीपक बैज 42 साल के युवा हैं। 42 वर्ष के नौजवान को प्रदश कांग्रेस अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। कल उनका जन्मदिन भी है, उन्हें बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं। उनकी नियुक्ति से सभी कांग्रेशजनों में हर्ष का माहौल है। भेंट मुलाकात की तरह ही आने वाले समय में युवाओं से भी संवाद किया जाएगा।
‘रविशंकर प्रसाद अपनी चिंता करें’
बीजेपी के सीनियर नेता रविशंकर प्रसाद के कांग्रेस को लेकर दिए बयान पर उन्होंने कहा कि क्या बोलना है, कब बोलना है, ये रविशंकर प्रसाद तय करेंगे क्या? रविशंकर प्रसाद अपनी चिंता करें। वह कैबिनेट से क्यों हटाए गए? इतने बड़े सीनियर मिनिस्टर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने लायर रहे हैं। उन्हें भी बीजेपी ने दूध से मक्खी की तरह निकाल कर फेंक दिया। इसके बारे में वह चर्चा करके बताएं। बीजेपी महिला मोर्चा की ओर से आज रायपुर के भारत माता चौक पर शराबबंदी को लेकर प्रदर्शन किए जाने पर सीएन ने कहा कि बिल्कुल नशाबंदी होना चाहिए। वहीं छत्तीसगढ़ कैबिनेट में बदलाव के सवाल पर सीएम भूपेश बघेल ने संकेत देते हुए कहा कि देखते रहिए। इंतजार कीजिए। आगे क्या होता है।