देशभर में बढ़ती टमाटर की कीमतों को कम करने का फैसला लिया है, जिसके लिए अब सरकार की तरफ से सस्ती दरों पर टमाटर को बेचा जाएगा. केंद्र ने बुधवार को सहकारी समितियों नेफेड और राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (NCCF) को आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र से टमाटर खरीदने का निर्देश दिया है।
मंत्रालय के मुताबिक, पिछले एक महीने में जिन स्थानों पर खुदरा कीमतें राष्ट्रीय औसत से अधिक रही हैं, वहां टमाटर घटी कीमतों पर वितरित किए जाएंगे. मंत्रालय ने कहा कि जिन स्थानों पर टमाटर की खपत अधिक है, वितरण के लिए उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी.मंत्रालय ने यह भी कहा कि आमतौर पर जुलाई-अगस्त और अक्टूबर-नवंबर में टमाटर का उत्पादन कम होता है. इसके अलावा जुलाई में मानसून के चलते आवागमन संबंधी बाधाओं के चलते भी कीमतें बढ़ी हैं.
मुख्य रूप से हिमाचल से आते हैं टमाटर
दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में आवक मुख्य रूप से हिमाचल प्रदेश से होती है. इसके अलावा दक्षिण के राज्य टमाटर उत्पादन में अग्रणी हैं. मंत्रालय ने कहा कि नासिक जिले से नयी फसल की आवक जल्द होने की उम्मीद है.बयान के मुताबिक, ‘निकट भविष्य में कीमतें कम होने की उम्मीद है.’
टमाटर की खुदरा कीमतें 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ गई
आपको बता दें भारी बारिश के कारण आपूर्ति बाधित होने से देश के कई हिस्सों में टमाटर की खुदरा कीमतें 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ गई हैं. राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) और राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ) टमाटर खरीदेंगे.