मुंबई – महाराष्ट्र में आए सियासी भूचाल ने पूरे देश की राजनीति को हिला दिया है. इस बीच एनसीपी नेता शरद पवार और अजित पवार के गुटों ने बुधवार (5 जुलाई) को अपने शक्ति प्रदर्शन ने एलान किया है. फिलहाल एनसीपी में जारी खींचतान में संख्याबल के मामले में भतीजे अजित पवार अपने चाचा शरद पवार पर भारी पड़ते दिख रहे हैं.
अजित पवार की बैठक में शामिल हुए छगन भुजबल ने दावा किया कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है. जानकारी के मुताबिक, अजित पवार की बैठक में करीब 29 विधायक नजर आ रहे हैं. वहीं, इसी तरह के दावे शरद पवार के खेमे की ओर से भी किए जा रहे हैं. हालांकि, दावे के बावजूद अभी तक शरद पवार की बैठक में महज 12 विधायकों के पहुंचने की खबर सामने आई है.
संख्याबल में चाचा पर भतीजा भारी
ये इस वजह से भी चौंकाने वाली बात है, क्योंकि दोनों ही गुटों की ओर से एनसीपी के विधायकों की बैठक को लेकर व्हिप जारी किया गया था. इस स्थिति में अगर किसी भी खेमे की बैठक में कम विधायक होते हैं तो एनसीपी पर उसका दावा अपनेआप ही कमजोर हो जाएगा. आसान शब्दों में कहें तो आज ये तय हो जाएगा कि राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार का एनसीपी में दबदबा बचा है या भतीजे अजित पवार को विधायकों ने पार्टी का भविष्य मान लिया है.
व्हिप पर विधायकों का आना है जरूरी
महाराष्ट्र विधानसभा में एनसीपी के कुल 53 विधायक हैं. जिनमें से फिलहाल ज्यादातर अजित पवार के गुट के समर्थन में खड़े नजर आ रहे हैं. शरद पवार खेमे की बैठक के लिए वाई बी चव्हाण सेंटर में हो रही है. शरद पवार की बैठक के लिए पार्टी के मुख्य सचेतक (चीफ व्हिप) जितेंद्र आव्हाड ने व्हिप जारी किया है, जिसमें सभी विधायकों को बैठक में उपस्थित रहने को कहा है. वहीं, अजित पवार ने अपने खेमे के विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है.