भुनेश्वर /बालासोर – ओडिशा ट्रेन हादसे को सांप्रदायिक रंग देने के खिलाफ ओडिशा पुलिस ने चेतावनी जारी की है. पुलिस ने कहा कि उन लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी जो बालासोर दुर्घटना को “सांप्रदायिक रंग” देने की कोशिश कर रहे हैं.
इस हादसे में अब तक 275 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि हजारों लोग घायल हैं.
पुलिस ने लोगों से “झूठे और दुर्भावनापूर्ण पोस्ट” फैलाने से रोकने का आग्रह करते हुए कहा, “ओडिशा में जीआरपी की तरफ से दुर्घटना के कारणों और अन्य सभी पहलुओं की जांच की जा रही है. यह देखने में आया है कि कुछ सोशल मीडिया हैंडल शरारती तरीके से बालासोर में हुए दुखद ट्रेन हादसे को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.”
कैसे हुआ हादसा
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार की शाम करीब 7 बजे बहानगा रेलवे स्टेशन पर दो ट्रेन और एक मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थीं. रेलवे की तरफ से कहा गया कि ट्रेन नंबर 12481 कोरोमंडल एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन के (शालीमार-मद्रास) मेन लाइन से गुजर रही थी, उसी वक्त अप लूप लाइन पर वो मालगाड़ी से टकरा गई.
275 यात्रियों की मौत
ओडिशा मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने कहा कि बालासोर ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 275 है न कि 288. डीएम ने डेटा की जांच की और पाया गया कि कुछ शवों की दो बार गिनती की गई है, इसलिए मरने वालों की संख्या को संशोधित कर 275 कर दिया गया है. 275 में से 88 शवों की पहचान की जा चुकी है. 1,175 घायलों में से 793 को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है. यह डेटा दोपहर 2 बजे का है.