वाशिंगटनकांग्रेस नेता राहुल गांधी का विदेशी दौरा हमेशा भारत की राजनीति में उफान लेकर आता है। वह आजकल अमेरिका की यात्रा पर है। यहां उन्होंने बुधवार को भारतीयों से बातचीत की। इस दौरान कभी पीएम मोदी को निशाना बनाया तो कभी सरकार पर हमला किया। हालांकि, अब राहुल ने देश का समर्थन किया है। उन्होंने कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में छात्रों से बातचीत की। इस दौरान उनसे जब पूछा गया कि यूक्रेन पर युद्ध करने के बावजूद रूस से भारत के संबंध क्यों हैं? इसपर उन्होंने कहा कि रूस पर हमारी कुछ निर्भरताएं हैं। हमारे संबंध अलग हैं।
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने पश्चिमी देशों के दबाव के बावजूद रूस के साथ अपने संबंध रखने की भारत की नीति का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि रूस के साथ हमारे अलग संबंध हैं। रूस पर हमारी कुछ निर्भरताएं हैं। इसलिए, इस मामले में मेरा रुख भी वैसा ही होता, जैसा मेरी सरकार का है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत काफी बड़ा देश है, उसे अपने हित के लिए अवसरों की तलाश करनी होगी। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि देश की तरक्की के लिए अन्य देशों के साथ संबंध बनाए रखना जरूरी है। इसलिए हम हमेशा सबसे संबंध बनाए रखने की कोशिश करेंगे ताकि संतुलन बना रहे।
मंगलवार को सैन फ्रांसिस्को पहुंचे थे राहुल गांधी
इससे पहले, कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को अमेरिका पहुंचे। वे यहां के तीन शहरों का दौरा करेंगे। हवाई अड्डे पर राहुल गांधी का स्वागत इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा और संगठन के अन्य सदस्यों ने किया था। वह आज वाशिंगटन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे और सांसदों तथा संस्थानों से जुड़े लोगों के साथ बैठक करेंगे।
यात्रा के अंतिम दिन वह 4 जून को न्यूयॉर्क में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। इससे पहले पित्रोदा ने पिछले सप्ताह बताया था कि राहुल गांधी की यात्रा का मकसद वास्तविक लोकतंत्र के साझा मूल्यों और दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है। राहुल को यात्रा के लिए रविवार को नया सामान्य पासपोर्ट जारी किया गया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 10 साल की अवधि के लिए एक नया साधारण पासपोर्ट हासिल करने के लिए ‘अनापत्ति प्रमाण पत्र’ (एनओसी) मांग वाली याचिका दाखिल की थी। पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इसका विरोध किया था।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को गुजरात के सूरत की एक अदालत द्वारा आपराधिक मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके बाद वायनाड लोकसभा सीट से पूर्व सांसद राहुल ने राजनयिक पासपोर्ट और दस्तावेज लौटा दिए थे।