रायपुर – छत्तीसगढ़ में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है. राज्य के 33 जिलों में एक लाख 27 हजार से अधिक EVM/ VVPAT मशीनों का उपयोग होगा. इन मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच (FLC) 10 जून से 27 जून तक की जाएगी. इसके लिए रायपुर शहर में जिला निर्वाचन अधिकारियों, उप जिला निर्वाचन अधिकारियों और FLC सुपरवाइजरों को ट्रेनिंग दी गई है. निर्वाचन अधिकारियों को इस कार्यशाला में ईवीएम की हैंडलिंग और जरूरी प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई, जिसमें कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट, और VVPAT से संबंधित प्रशासनिक और तकनीकी प्रकियाएं शामिल हैं.
EVM/VVPAT के लिए 26 इंजीनियर दलों की गठन बनाई गई
छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने राज्य के सभी जिलों में ईवीएम/वीवीपीएटी (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन/वोटर वेरिफिकेशन पेपर ऑडिट ट्रेल) की पहली स्तरीय जांच के लिए शेड्यूल जारी किया है. इसके लिए 26 इंजीनियर दलों का गठन किया गया है. ये दल निर्धारित तारीखों में जिला निर्वाचन अधिकारी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी और एफएलसी (फांड लिंक कंप्यूटर इंजीनियरिंग) सुपरवाइजर्स के सहयोग से जिले का दौरा करके एफएलसी की प्रक्रिया पूरी करेंगे.
33 जिलों में एफएलसी की प्रक्रिया 10 जून से शुरू होगी
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी किए गए शेड्यूल के अनुसार, ईवीएम/वीवीपीएटी की प्रथम स्तरीय जांच के लिए निम्नलिखित तारीखों के बीच 33 जिलों में एफएलसी की प्रक्रिया होगी:
बालोद, बलौदाबाजार-भाटापारा, बलरामपुर-रामनुजगंज, बस्तर, बेमेतरा, बिलासपुर, धमतरी, दुर्ग, गरियाबंद, जशपुर, कबीरधाम, कोंडागांव, कोरबा, रायगढ़, रायपुर, राजनांदगांव, सूरजपुर, सरगुजा, कांकेर, जांजगीर-चांपा, और महासमुंद.
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, मुंगेली, सक्ती, सांरगढ़-बिलाईगढ़, कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, नारायणपुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी.
इन जिलों में 10 जून से 27 जून तक एफएलसी की प्रक्रिया कार्यान्वित की जाएगी.
रीना बाबा ने बताया 1 लाख 27 हजार 444 ईवीएम वोटिंग मशीन उपलब्ध होगी
छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, रीना बाबा साहेब कंगाले, ने एक कार्यशाला में बताया है कि राज्य में 1 लाख 27 हजार 444 ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) और वीवीपीएटी (वोटर वेरिफिकेशन पेपर ऑडिट ट्रेल) मशीनें उपलब्ध हैं. इन मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच (FLC) का कार्य 10 जून से 27 जून तक सभी जिला मुख्यालयों में आयोजित किया जाएगा. इस कार्यशाला में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों, उप जिला निर्वाचन अधिकारियों और एफएलसी (फांड लिंक कंप्यूटर इंजीनियरिंग) पर्यवेक्षकों को एफएलसी की प्रक्रिया के संबंध में पूरी जानकारी दी गई.
अक्टूबर के पहले पखवाड़े में लागू कर सकते हैं
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव नवंबर दिसंबर में होने की संभावना है और इसके लिए आचार संहिता को अक्टूबर के पहले पखवाड़े में लागू किया जा सकता है. यह चुनावी महासभा राज्य के 90 विधानसभा सीटों के लिए होगी. वर्तमान में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार है, लेकिन इस बार चुनाव दिलचस्प होने की संभावना है क्योंकि बीजेपी के साथ आम आदमी पार्टी और राज्य की क्षेत्रीय पार्टी जेसीसी भी चुनाव में हिस्सा लेने की तैयारी में हैं. इसके अलावा, बहुजन समाज पार्टी भी राज्य के कुछ सीटों पर मजबूत है. ये सभी पार्टियाँ छत्तीसगढ़ में चुनावी मैदान में प्रभावी भूमिका निभा सकती हैं.