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गंगा में मेडल बहाने के लिए हरिद्वार पहुंचीं साक्षी मलिक और विनेश फोगाट, भावुक दिखीं

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बृजभूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं विनेश फोगाट और साक्षी मलिक हरिद्वार पहुंच चुकी हैं. ये खिलाड़ी कार्रवाई नहीं होने पर विरोध में गंगा नदी में मेडल बहाने पहुंचीं हैं.

मेडल का बैग लिए रोते दिखीं साक्षी मलिक और विनेश फोगाट

गलत कदम मत उठाओ- राकेश टिकैत

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बालियान खाप के प्रधान चौधरी नरेश टिकैत व अन्य खापों के प्रधान पहलवानों से मिलने के लिए हरिद्वार जल्दी पहुंच रहे हैं. आप सभी पहलवानों से अनुरोध है कि गलत कदम मत उठाओ.

मेडल का बैग लिए रोते दिखीं साक्षी मलिक और विनेश फोगाट

हर की पौड़ी में गंगा नदी में मेडल बहाने के लिए पहुंचीं पहलवान साक्षी मलिक और विनेश फोगाट रोती हुई दिखीं. उनके हाथों में मेडल का बैग दिखा. 

भावुक हुए प्रदर्शनकारी पहलवान

यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर डब्ल्यूएफआई चीफ और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध कर रहे पहलवान गंगा नदी में अपने मेडल विसर्जित करने के लिए हरिद्वार पहुंच चुके हैं. वीडियो में खिलाड़ियों को भावुक होते हुए और मेडल को सीने से लगाते हुए देखा गया.

 हरियाणा में 2 जून को होगी खापों की महापंचायत

हरियाणा में एक बार फिर से पहलवानों के प्रदर्शन को लेकर खापों ने बैठक बुलाने का फैसला किया है. 2 जून को कुरुक्षेत्र में प्रदेश भर की खापें जुटेंगी. यह महापंचायत कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में होगी. कंडेला खाप ने इस बात की जानकारी दी है. 

 हनुमान बेनीवाल की पहलवानों से अपील

राजस्थान की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने पहलवानों से अपील की है. उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार की हठधर्मिता से आहत होकर अपनी मेहनत से अर्जित किए गए मेडल्स को गंगा में बहाने का फैसला वापस ले लेना चाहिए. क्योंकि मेडल गंगा में बहाने का निर्णय हताशा का प्रतीक है और हताश होकर कोई भी लड़ाई नहीं जीती जा सकती है.” 

यूथ कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी का खिलाड़ियों से अपील

युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने ट्वीट कर कहा, “सरकार की हठधर्मिता के चलते देश की बेटियां अब मां गंगा में अपने मेडल बहाने को मजबूर हैं. मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की जरूरत है, ये मेडल किसी भी सरकार या व्यक्ति की वजह से नहीं बल्कि उनकी मेहनत की बदौलत उन्हें मिले हैं.”

हरकी पैड़ी पहुंचे पहलवान, मां गंगा में बहाएंगे मेडल

पहलवान गंगा में मेडल बहाने के लिए हरकी पैड़ी पहुंच चुके हैं. यहां मौजूद सभी पहलवानों ने मेडल बाहर निकाल चुके हैं. 6 बजे वह मां गंगा में अपने मेडल बहा देंगे. इनमें विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, संगीता फोगाट, साक्षी मलिक समेत कई शीर्ष प्रदर्शनकारी पहलवान शामिल हैं. 

पहलवानों को इंडिया गेट पर नहीं मिलेगी प्रदर्शन की अनुमति

दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि पहलवानों को इंडिया गेट पर प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी. राष्ट्रीय स्मारक प्रदर्शन स्थल नहीं. इससे पहले उन्हें जंतर-मंतर से भी हटा दिया गया था.  

हरिद्वार पहुंचे पहलवान, मेडल बहाने के लिए जा रहे हरकीपौरी

विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, संगीता फोगाट, साक्षी मलिक समेत कई शीर्ष प्रदर्शनकारी पहलवान गंगा में अपने मेडल बहाने जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, पहलवान हरिद्वार पहुंच गए हैं. वह अब हरकीपौरी के लिए निकल चुके हैं. 

हम पहलवानों के साथ हैं- ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि हमारे पहलवानों को पीटा गया और प्रताड़ित किया गया. मैंने पहलवानों से बात की और उन्हें अपना समर्थन दिया. हम उनके साथ हैं. एक व्यक्ति पर मारपीट का आरोप है, उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा? पूजा-पाठ तभी होता है, जब इंसानियत की पूजा होती है.

 चीफ ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर मंतर पर धरना दे चुके प्रदर्शनकारी पहलवानों ने अब नया एलान कर दिया है. पहलवानों ने एलान किया है कि वह मेडलो को हरिद्धार की गंगा में बहाने जा रहे हैं. आज शाम 6 बजे हरिद्वार में अपने मेडल गंगा में प्रवाहित कर देंगे. पहलवानों ने ये भी कहा कि गंगा में मेडल बहाने के बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे.

आज (30 मई) संयुक्त किसान मोर्चा और पहलवानों के बीच बैठक हुई, जिसमें बजरंग पूनिया ने पहलवानों का प्रतिनिधित्व किया. संयुक्त किसान मोर्चा ने यह आश्वासन दिया कि जब तक इन पहलवानों को न्याय नहीं मिल जाता बृजभूषण सिंह गिरफ्तार नहीं होते संघर्ष जारी रहेगा. वहीं बजरंग पूनिया ने भी साथ चलने और जो भी फैसला किसान मोर्चा लेगा उसको मानने को लेकर सहमति जताई.

 राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री को न देकर गंगा में मेडल बहाएंगे पहलवान

प्रदर्शनकारी पहलवान अपने राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री को नहीं सौपेंगे.  पीएम मोदी या राष्ट्रपति मुर्मू को मेडल न लौटाने की वजह बताते हुए पहलवान विनेश फोगाट ने लिखा कि प्रधानमंत्री हमें अपने घर की बेटियां बताते थे. उन्होंने एक बार भी अपने घर की बेटियों की सुध नहीं ली. बल्कि नई संसद के उद्घाटन में हमारा शोषण करने वाले (बृजभूषण शरण सिंह) को ही बुलाया. वह तेज सफेदी वाले चमकदार कपड़ों में फोटो खिंचवा रहा था. उसकी सफेदी हमें चुभ रही थी. मानो कह रही हो मैं ही तंत्र हूं.

कैसे खत्म हुआ था पहलवानों का विरोध प्रदर्शन
28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन वाले पहलवान नई संसद की ओर कूच कर रहे थे. नए संसद भवन की ओर कूच करने से रोके जाने पर विनेश फोगाट, उनकी बहन संगीता फोगट और अन्य पहलवानों ने सुरक्षा बैरिकेड्स को तोड़ने का प्रयास किया, जिसके बाद तनाव बढ़ गया. इसके कारण प्रदर्शनकारियों और पुलिस अधिकारियों में धक्का-मुक्की हुई. जब वे धरना देने के लिए सड़क पर बैठ गए तो उन्हें घसीटकर ले जाया गया और पुलिस वैन डाल दिया गया. इस दौरान साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और उनके समर्थकों सहित सभी पहलवानों को हिरासत में ले लिया गया और उन्हें अलग-अलग थानों में रखा गया. हालांकि कुछ देर में उन्हें छोड़ दिया गया.