Home देश संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं पीएम मोदी, यह...

संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं पीएम मोदी, यह लोगों की आवाज है, राहुल गांधी ने कसा तंज

10
0

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया। नादस्वरम् की धुनों के बीच लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास ऐतिहासिक राजदंड सेंगोल स्थापित किया। सेंगोल (राजदंड) को दंडवत प्रणाम किया और हाथ में पवित्र राजदंड लेकर तमिलनाडु के विभिन्न अधीनमों के पुजारियों का आशीर्वाद लिया। इस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी

नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (28 मई 2023) को नए संसद भवन का उद्घाटन किया। साथ ही उन्होंने ऐतिहासिक राजदंड सेंगोल को लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास स्थापित किया। प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर ईश्वर का आशीर्वाद लेने के लिए कर्नाटक के श्रृंगेरी मठ के पुजारियों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच गणपति होमम् अनुष्ठान किया। उधर कांग्रेस समेत 21 विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से नए संसद भवन के उद्घाटन की मांग को लेकर बहिष्कार किया। पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन के बाद कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संसद लोगों की आवाज है! प्रधानमंत्री संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि संसद लोगों की आवाज है! प्रधानमंत्री संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं। पारंपरिक परिधान में प्रधानमंत्री मोदी ने द्वार संख्या-एक से संसद भवन परिसर में प्रवेश किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उनका स्वागत किया। इसके बाद मोदी और बिरला ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।

प्रधानमंत्री ने सेंगोल (राजदंड) को दंडवत प्रणाम किया और हाथ में पवित्र राजदंड लेकर तमिलनाडु के विभिन्न अधीनमों के पुजारियों का आशीर्वाद लिया। इसके बाद ‘नादस्वरम्’ की धुनों के बीच प्रधानमंत्री मोदी सेंगोल को नए संसद भवन लेकर गए और इसे लोकसभा कक्ष में अध्यक्ष के आसन के दाईं ओर एक विशेष स्थान में स्थापित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने नए संसद भवन के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कुछ कर्मचारियों को शॉल और स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर एक सर्वधर्म प्रार्थना भी आयोजित की गई।