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कर्नाटक सीएम तय होने के बाद सिद्धारमैया और शिवकुमार पहली बार दिखे एक साथ, क्या कहती है तस्वीर!

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नई दिल्ली/बेंगलुरु – खत्म हो गया है। सीएम की कुर्सी के हकदार बने हैं सिद्धारमैया और डेप्युटी सीएम का पद डीके शिवकुमार के हिस्से आया है। दोनों ही मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। अब दोनों की एक ताजा तस्वीर सामने आई है। इसमें शिवकुमार और सिद्धारमैया कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ हैं। खरगे को ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री पर अंतिम फैसला लेना था।

तस्वीर के जरिए एकजुटता का संदेश
इस तस्वीर में मल्लिकार्जुन खरगे बीच में हैं। वहीं उनके दाहिने तरफ डीके शिवकुमार और बाईं तरफ सिद्धारमैया हैं। पिछले कुछ दिनों में शिवकुमार और सिद्धारमैया के बारे में तमाम खबरें आईं। कहा यहां तक गया कि शिवकुमार किसी भी सूरत में सिद्धारमैया को सीएम बनते नहीं देखना चाहते हैं। ऐसे में कांग्रेस ने इस तस्वीर के जरिए यह दिखाने का प्रयास किया कि पार्टी में कोई मतभेद नहीं है और दोनों नेता साथ हैं। तस्वीर में शिवकुमार के चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट है। वहीं सिद्धारमैया भी मंद-मंद मुस्कुराते दिख रहे हैं। जाहिर है कांग्रेस के लिए इस तस्वीर के बहुत मायने हैं, क्योंकि अगर दोनों नेताओं के बीच एक राय नहीं बनती को कर्नाटक की शानदार जीत फीकी पड़ सकती थी। सिद्धारमैया और शिवकुमार की एक और तस्वीर सामने आई है। इसमें शिवकुमार और सिद्धारमैया एक साथ ब्रेकफास्ट करते दिख रहे हैं। टेबल पर डोसा-सांभर और इडली नजर आ रहे हैं। उनके साथ कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल भी नाश्ता करते दिख रहे हैं।

कर्नाटक में बहुत सारे डायनमिक नेता हैं। सिद्धारमैया सबसे वरिष्ठ और सक्षम प्रशासक हैं। उन्होंने इस चुनाव में पार्टी के लिए बहुत योगदान दिया। बिना थके वह पूरे राज्य में प्रचार करते रहे। इसी तरह हमारे कर्नाटक अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने भी पूरी ऊर्जा के साथ कार्यकर्ताओं में जोश भरा। शिवकुमार पीसीसी चीफ और सिद्धारमैया का सीएलपी लीडर के रूप में बहुत अच्छा कॉम्बिनेशन होगा। डीके शिवकुमार राज्य में इकलौते डेप्युटी सीएम होंगे।

सोनिया गांधी-खरगे की बातचीत के बाद सुलझा मामला
शनिवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव का नतीजा आने के बाद सीएम के मसले पर कांग्रेस को चार दिन तक माथापच्ची करनी पड़ी। आखिरकार फॉर्म्युला तय हो गया और 20 मई को सिद्धारमैया दूसरी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालेंगे। सोनिया गांधी के दखल देने के बाद शिवकुमार डेप्युटी सीएम पद के लिए मान गए। इससे पहले दिल्ली जाते समय शिवकुमार ने कहा था कि पार्टी उनके लिए मां है और मां को बच्चे की इच्छा पूरी करनी चाहिए। शिवकुमार ने कहा था कि वह न तो ब्लैकमेल करेंगे और न ही पार्टी की पीठ में छुरा घोंपेंगे। कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि उनकी कोई डिमांड नहीं है और उन्होंने 135 सीटें जीतकर सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के चरणों में रख दी हैं।

कांग्रेस ने सिद्धारमैया को सीएम बनाने का किया ऐलान
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान 13 मई को हुआ। कांग्रेस ने 135 सीटों पर जीत के साथ स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। वहीं बीजेपी को 66 सीटों पर जीत मिली है। जेडीएस के हिस्से में 19 सीटें आई हैं। सिद्धारमैया को सीएम पद के लिए चुनने का ऐलान करते हुए कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, ‘हमें 13 मई की शाम को जनादेश मिला था। 14 मई की शाम को विधायक दल की बैठक हुई। हमने विधायक दल की मीटिंग में शामिल होने के लिए तीन ऑब्जर्वर बनाए। उन्होंने कांग्रेस के हर विधायक से राय ली। हमारी पार्टी लोकतांत्रिक पार्टी है और हम आम सहमति में यकीन रखते हैं। हम कोई तानाशाह पार्टी नहीं हैं।’

शिवकुमार इकलौते डेप्युटी सीएम होंगे
वेणुगोपाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘कर्नाटक में बहुत सारे डायनमिक नेता हैं। सिद्धारमैया सबसे वरिष्ठ और सक्षम प्रशासक हैं। उन्होंने इस चुनाव में पार्टी के लिए बहुत योगदान दिया। बिना थके वह पूरे राज्य में प्रचार करते रहे। इसी तरह हमारे कर्नाटक अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने भी पूरी ऊर्जा के साथ कार्यकर्ताओं में जोश भरा। शिवकुमार पीसीसी चीफ और सिद्धारमैया का सीएलपी लीडर के रूप में बहुत अच्छा कॉम्बिनेशन होगा।’कांग्रेस ने यह भी साफ किया है कि सरकार में डीके शिवकुमार इकलौते डेप्युटी सीएम होंगे। इसके साथ ही वह कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में 2024 के लोकसभा चुनाव के अंत तक अपनी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे। वेणुगोपाल ने बताया कि शपथग्रहण समारोह 20 मई को दोपहर साढ़े 12 बजे बेंगलुरु में आयोजित किया जाएगा। इसमें सीएम और डेप्युटी सीएम के अलावा कई मंत्री भी शपथ लेंगे।