रायपुर – CGPSC में चयन को लेकर बवाल मचा हुआ है। बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे पर निशाना साधने में लगी है। मामले में जमकर सियासत हो रही है। आज गुरुवार को छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने राजीव भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस ने कहा कि किसी नेता और अधिकारी का बेटा, रिश्तेदार या सगे-संबंधी होना कोई अपराध या गुनाह नहीं है।
कांग्रेस ने बीजेपी के शासन काल में साल 2018 में हुए CGPSC चयन परीक्षा की सूची दिखाते हुए कहा कि उस समय भी अधिकारियों, नेताओं, व्यापारियों के बेटा, रिश्तेदारों, पति-पत्नी और भाई-बहन का सलेक्शन हुआ था पर आज तक कांग्रेस ने इस पर सवाल नहीं उठाया और न ही आज उठा रही है। केवल सूची दिखाकर यह बताना चाह रहे हैं कि बीजेपी बिना प्रमाण के गैर जिम्मेदाराना बयान न दें।
कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि अब यह दुर्भाग्यजनक है कि बीजेपी निम्न स्तरीय राजनीति कर चयनित छात्रों की योग्यता पर सवाल उठा रही है। कांग्रेस इस कृत्य की कड़ी निंदा करती है। मुद्दाविहीन bjp के 15 साल तक cm रहे रमन सिंह बच्चों पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। डॉ. रमन सिंह बेहद गैर जिम्मेदार बयान दे रहे हैं। साल 2012 के सीजीपीएससी के चयनित सूची में कुछ नेताओं, व्यपारियों-अधिकारियों के बच्चे चयनित हुए हैं, जिन पर गलत तरीके से सवाल उठाया जा रहा है। बीजेपी ने सगे-संबंधियों के चयन पर भी सवाल उठाया है। बीजेपी ने आरोप लगाने की सिवाय कोई भी तार्किक आधार प्रस्तुत नहीं किया है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि आंगनबाड़ी का बेटा dsp बनता है, गरीब -मजदूर का बेटा भी अधिकारी बनता है तो बीजेपी भारतीय लोग सेवा आयोग की विश्वनियता पर सवाल खड़ा करती है। किसी नेता का बेटा, किसी व्यवसायी का रिश्तेदार या सगे-संबंधी होना उसकी योग्यता नहीं है। बच्चों ने काफी संघर्ष करते नतीजों को हासिल किया है। ऐसे में बिना किसी प्रमाण के उनकी योग्यता पर सवाल खड़ा करना बेहद आपत्तिजनक है। कांग्रेस ने बीजेपी कार्यकाल में हुए psc चयनित छात्रों की सूची भी दिखाया और कहा कि हम पर कोई सवाल नहीं उठा रहे हैं, लेकिन उस समय भी bjp के रिश्तेदारों और अधिकारियों के बच्चे भी चयनित किए गए थे।