प्रचार के दौरान खरगे ने खुल कर पीएम मोदी की चुनावी स्ट्रेटजी को फॉलो किया। शोरापुर की रैली में खरगे बोले, मैं विधानसभा चुनाव के दौरान गुजरात में था। तब गुजरात में मोदी कहा करते थे, मैं गुजरात का बेटा हूं, इसलिए मुझे वोट दें। यहां मेरी सरकार नहीं आई, तो देश में मेरी बेइज्जती होगी…
कर्नाटक – मतदान के लिए अब केवल पांच दिन बचे हैं। सभी राजनीतिक दल, वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए ताबड़तोड़ रैलियां और रोड शो कर रहे हैं। भाजपा की तरफ से खुद पीएम नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार की कमान संभाले हैं, तो वहीं कांग्रेसी कुनबा भी अपने दल-बल सहित कर्नाटक के दंगल में उतरा है। खास बात ये है कि इस चुनाव में कांग्रेस नेता, भाजपा की चुनावी रणनीति की काट निकालने में जरा सी देर नहीं कर रहे। गुरुवार को शोरापुर की रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, बिल्कुल मोदी फॉर्मूले में ढलते हुए दिखाई पड़े। उन्होंने लोगों के सामने न केवल मोदी का नाम लिया, बल्कि ये कहते हुए नहीं झिझके कि मुझे भी उसी तरह वोट दो, जैसे गुजरात विधानसभा में लोगों ने मोदी को वोट दिया था। मोदी, जैसे गुजरात के बेटे हैं, वैसे ही मैं कर्नाटक का बेटा हूं। आप मुझे वोट दें। दूसरी ओर प्रियंका गांधी ने कनकगिरी में लोगों से कहा, अर्जुन का ध्यान अपने निशाने से बिलकुल नहीं भटकता था। कर्नाटक के बहनों और भाइयों, इस चुनाव में आप ‘अर्जुन’ बन जाओ।
खरगे ने किया मोदी की चुनावी स्ट्रेटजी को फॉलो
कर्नाटक विधानसभा चुनाव, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है। वे खुद को लेकर लोगों के सामने कई बार भावनात्मक अपील कर चुके हैं। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का हवाला देते हुए कहा, महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, वल्लभभाई पटेल, अब्दुल कलाम आजाद और जगजीवन राम जैसे वरिष्ठ नेताओं ने इस पार्टी के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है। आज कर्नाटक के बेटे को कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनने का अवसर मिला है। प्रचार के दौरान खरगे ने खुल कर पीएम मोदी की चुनावी स्ट्रेटजी को फॉलो किया। शोरापुर की रैली में खरगे बोले, मैं विधानसभा चुनाव के दौरान गुजरात में था। तब गुजरात में मोदी कहा करते थे, मैं गुजरात का बेटा हूं, इसलिए मुझे वोट दें। यहां मेरी सरकार नहीं आई, तो देश में मेरी बेइज्जती होगी। गुजरात की जनता ने मोदी का समर्थन किया और भाजपा ने सरकार बनाई। मैं कर्नाटक का बेटा हूं। मैं पिछले 50 वर्षों से इस क्षेत्र से निर्वाचित होता आ रहा हूं। अब आपके आशीर्वाद से मैंने कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष का पद ग्रहण किया है।
प्रियंका गांधी कर रही हैं डैमेज कंट्रोल
दूसरी ओर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, भाजपा के वार की काट निकालने में देरी नहीं कर रहीं। पीएम मोदी ने जब एक रैली में कहा, किसी ने कांग्रेस द्वारा उन्हें दी गई सभी गालियों की सूची बनाई है। अब तक कांग्रेस के लोगों ने मुझे 91 बार तरह-तरह की गालियां दी हैं। चुनाव प्रचार में जब यह मुद्दा गर्माने लगा तो प्रियंका गांधी ने ‘गाली’ के मुद्दे की काट निकाली। बागलकोट की जनसभा में प्रियंका ने कहा, वह (मोदी) पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो आपके सामने आते हैं और रोते हैं कि उन्हें गालियां दी जा रही हैं। प्रधानमंत्री आपका दुख सुनने की बजाए, यहां आकर अपने बारे में बताते हैं। किसी ने उन्हें लोगों की समस्याओं के बारे में नहीं बताया, बल्कि उन लोगों की एक सूची सौंप दी, जिन्होंने प्रधानमंत्री को कई बार गाली दी थी। प्रियंका ने कहा, मेरे भाई राहुल गांधी से सीखिए। मेरा भाई कहता है कि वह इस देश के लिए गाली ही नहीं, बल्कि गोली खाने को भी तैयार है। इसके बाद कर्नाटक की चुनावी पिच पर कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र ने बवाल मचा दिया। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में पीएफआई के अलावा ‘बजरंग दल’ पर भी बैन लगाने की बात कही। भाजपा ने इस मुद्दे को उछालने में देरी नहीं की। जब प्रियंका गांधी ने डैमेज कंट्रोल किया।
प्राचीन कामकागिरी मंदिर पहुंचीं प्रियंका
कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल की टिप्पणी को लेकर जब भाजपा ने राहुल गांधी सहित पार्टी के दूसरे नेताओं को निशाने पर लिया, तो प्रियंका गांधी ने मोर्चा संभाला। उन्होंने कर्नाटक से लोगों से कहा, भाजपा आपका ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने लोगों की तुलना अर्जुन से करते हुए कहा, अर्जुन का ध्यान अपने निशाने से बिलकुल नहीं भटकता था। चुनाव में भी आपको अर्जुन बनना है। अपना ध्यान अपने भविष्य पर रखो, अपनी समस्याओं पर, अपने विकास पर, अपने बच्चों के भविष्य पर रखो। प्रियंका ने लोगों से अपील की है कि उस ध्यान को भटकने मत दो। वे श्री कृष्णदेवराय द्वारा निर्मित प्राचीन कामकागिरी मंदिर पहुंचीं। इससे पहले खरगे ने कहा था, वे लोग (भाजपा) नकली भाषण देते हैं। धर्मों और जातियों के बीच संघर्ष भड़काते हैं। हमने अन्न भाग्य जैसी विभिन्न गरीब-समर्थक योजनाओं के माध्यम से गरीबों के लिए सुविधाएं प्रदान कीं हैं। कर्नाटक में आम आदमी की शिकायत है कि 40 फीसदी कमीशन के बिना उनका काम नहीं होता। हमें 40 फीसदी सरकार को सबक सिखाने की जरूरत है। इसके लिए हमें भाजपा को हराना चाहिए। कांग्रेस को सत्ता में लाना चाहिए।