पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। जशपुर जिले के पुलिस अधीक्षक डी. रविशंकर ने बताया कि जिले के बगीचा थानाक्षेत्र अंतर्गत दुर्गापारा में एक विवाद के दौरान जिला पंचायत सदस्य गेंदबिहारी सिंह के साथ मारपीट करने के आरोप में बगीचा क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) शेर बहादुर सिंह ठाकुर को लाइन हाजिर कर दिया गया है तथा दो आरक्षकों राजकुमार मनहर और संतोष उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया है।
जशपुर – जिले में सरगुजा क्षेत्र के प्रसिद्ध संत और समाज सुधारक गहिरा गुरु के पुत्र एवं जिला पंचायत सदस्य के साथ कथित रूप से मारपीट करने के आरोप में पुलिस अधीक्षक ने अनुविभागीय पुलिस अधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया है और दो आरक्षकों को निलंबित कर दिया है। पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। जशपुर जिले के पुलिस अधीक्षक डी. रविशंकर ने बताया कि जिले के बगीचा थानाक्षेत्र अंतर्गत दुर्गापारा में एक विवाद के दौरान जिला पंचायत सदस्य गेंदबिहारी सिंह के साथ मारपीट करने के आरोप में बगीचा क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) शेर बहादुर सिंह ठाकुर को लाइन हाजिर कर दिया गया है तथा दो आरक्षकों राजकुमार मनहर और संतोष उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया है।
रविशंकर ने बताया कि नलकूप खनन से संबंधित शिकायत मिलने के बाद ठाकुर और दो आरक्षक जांच के लिए आज दुर्गापारा गए थे। उन्होंने बताया कि इस दौरान गेंदबिहारी सिंह भी वहां पहुंच गए। रविशंकर ने बताया कि कुछ देर बाद सिंह और पुलिसकर्मियों के मध्य विवाद हो गया और हाथापाई हो गई। उन्होंने बताया कि गेंदबिहारी सिंह क्षेत्र के प्रसिद्ध संत गहिरा गुरु के सबसे छोटे बेटे और जिला पंचायत सदस्य हैं। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद गहिरा गुरु के अनुयायी और अन्य लोग बगीचा थाने पहुंच गए और आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद वह बगीचा थाना पहुंचे और आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक ने घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए एक दल का गठन किया है और जांच रिपोर्ट मिलने के बाद इस संबंध में कार्रवाई की जाएगी। इधर जिला पंचायत सदस्य गेंदबिहारी सिंह ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की और अपशब्दों का प्रयोग किया। सिंह ने बताया कि जब वह घटनास्थल पहुंचे तब पुलिस अधिकारी और कर्मचारी वहां मौजूद थे। सिंह ने बताया कि जब उन्होंने पुलिस अधिकारियों से शिकायत के संबंध में जानकारी लेनी चाही तब उन्होंने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। जिला पंचायत सदस्य ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की है तथा आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
वहीं रायगढ़ क्षेत्र की भारतीय जनता पार्टी की सांसद गोमती साय ने आरोपीपुलिसकर्मियों के खिलाफ अपराध दर्ज करने की मांग की है। साय ने चेतावनी दी है कि यदि आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर कार्रवाई नहीं की गई तब बड़ा आंदोलन किया जाएगा। संत गहिरा गुरु प्रसिद्ध संत और समाज सुधारक थे। उन्होंने छत्तीसगढ़ के सरगुजा क्षेत्र के वनवासी इलाकों में आदिवासियों के मध्य कार्य किया। उन्होंने उत्तरी छत्तीसगढ़ के सरगुजा, जशपुर, कोरिया, रायगढ़ तथापड़ोसी राज्य झारखंड, उत्तर प्रदेश से लगे क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासियों और अन्य समाज के लोगों में सामाजिक चेतना और जागरूकता लाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। राज्य सरकार ने उनके सम्मान में सरगुजा जिले के मुख्यालय अंबिकापुर में स्थित विश्वविद्यालय का नाम संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय रखा है।