रायपुर – सियासत में आपके समझदारी भरे कदम ही आपकी छवि गढ़ते हैं. छवि राजनीतिक व्याकरण है. यदि सही व्याकरण हो तो गद्य भी पद्य जैसा सुरीला हो सकता है. कांग्रेस ने दंतेवाड़ा, चित्रकोट, मरवाही और खैरागढ़ के उपचुनाव जीत लिए. इस जीत के सियासी सफर पर बीजेपी कोई विराम नहीं लगा पा रही है तो कांग्रेस उत्साहित है और 2023 की तरफ उम्मीद से है. दूसरी तरफ खबर यह है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में चेहरा रमन सिंह नहीं होंगे बल्कि बीजेपी पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नायक फिल्म के अनिल कपूर बन गए हैं. जनता से भेंट मुलाकात कर रहे हैं. इस मुलाकात के दौरान जनता की शिकायत पर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर फैसला ऑन द स्पॉट जारी है. आखिर सीएम बघेल ऐसा क्यों कर रहे हैं और बीजेपी ने हर सियासी दांव पर क्या काट तैयार की है और कितनी सफल या असफल है?
भूपेश बघेल की जीत का फॉर्मूला क्या है?
1-किसान (ग्रामीण) हितैषी
2- सॉफ्ट हिन्दुत्व
किसानों के ‘कक्का’ बने बघेल
ग्रामीणों की शिकायत पर तुरंत फैसले लेकर बघेल अपनी किसान हितैषी छवि गढ़ रहे हैं. आम लोगों से आजकल सीएम मुलाकात कर रहे हैं, जिसे भेंट मुलाकात का नाम दिया गया है. इस दौरान ग्रामीण जिस भी अधिकारी की शिकायत करते हैं उसे तत्काल प्रभाव से सीएम सस्पेंड कर दे रहे हैं.
बता दें कि देश में धान पर एमएसपी देने के मामले में छत्तीसगढ़ अव्वल है. सरकार राज्य किसानों को खरीफ सीजन में धान खरीदी पर 2500 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से भुगतान करती है. लेकिन ये पैसे किसानों को एक साथ नहीं मिलते हैं. केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित एमएसपी की राशि धान बिक्री के बाद दे दी जाती है. लेकिन 1940 रुपए से 2500 रुपए के अंतर की राशि राज्य सरकार राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत किसानों को किस्तों में दी जाती है.
शुरू से ही सॉफ्ट हिन्दुत्व की राह पर बघेल सरकार
बीजेपी की सबसे बड़ी समस्या यही है. बघेल सरकार अपने पूरे कार्यकाल के दौरान सॉफ्ट हिन्दुत्व की राह पकड़े रही. उदाहरण से समझिए-
कृष्ण कुंज
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़ के सभी नगरीय क्षेत्रों में ‘कृष्ण कुंज’ विकसित किए जाएंगे. कृष्ण कुंज में बरगद, पीपल, नीम और कदंब जैसे सांस्कृतिक महत्व के जीवनोपयोगी वृक्षों का रोपण किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने सभी कलेक्टरों को ‘कृष्ण कुंज’ विकसित करने के लिए वन विभाग को न्यूनतम एक एकड़ भूमि का आवंटन करने के निर्देश दिए हैं. आगामी कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पूरे राज्य में ‘कृष्ण कुंज’ के लिए चिन्हित स्थल पर वृक्षों का रोपण प्रारंभ किया जाएगा.
चंद्रखूरी से लेकर शिवरीनारायण तक
पूरे सूबे में रामायण मंडली प्रोत्साहन योजना, शिवरीनारायण में रामायण इंटरप्रिटेशन सेंटर, वहां रामायण कालीन घटनाओं को पेंटिंग्स के जरिए प्रदर्शित किया गया है. चंद्रखूरी में भगवान राम की माता कौशल्या का मंदिर बनाया गया है. सीएम ने लक्ष्मणेश्वर मंदिर और शबरी माता मंदिर को भी विकसित करने की घोषणा की है.
बीजेपी हाईकमान को रमन सिंह पर भरोसा नहीं
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी की तरफ से चेहरा नरेंद्र मोदी होंगे. बीजेपी की लगातार हुई चुनावी हार, संगठन की कमजोरी, आपसी गुटबाजी केंद्रीय नेतृत्व की नजर में है. कभी टीम इंडिया की तरह साथ जूझने वाले खिलाड़ी आजकल आईपीएल मैच आपस में ही खेल रहे हैं. कम या अधिक यह कांग्रेस और बीजेपी दोनों में ही है. सुस्त पड़े संगठन को सक्रिय करने के लिए 16 मई को बीजेपी ने एक बड़े प्रदर्शन का आह्वान किया है. प्रदेशभर में बीजेपी कार्यकर्ता राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे.
अभी विधानसभा चुनाव में वक्त है, लेकिन छत्तीसगढ़ में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. चुनाव परिणाम तो भविष्य के गर्भ में है, लेकिन कांग्रेस सरकार की सॉफ्ट हिन्दुत्व और बघेल के कक्का की छवि का बीजेपी क्या सियासी काट तैयारी करती है यह अभी देखना होगा.