गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि, विधायक विक्रम मंडावी को पुलिस रक्षा बलों और एसपी ने रोका था। कहा था कि, वहां मत जाइए। बिना सूचना, बिना फोर्स, बिना सिक्योरिटी के जाना उचित नहीं है, पर वह रोकने के बाद भी गए और सकुशल वापस भी आए हैं।
बीजापुर – नक्सलियों ने कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी के काफिले पर हमला कर दिया। नुक्कड़ सभा कर लौट रहे विधायक के काफिले को निशाना बनाकर नक्सलियों ने फायरिंग की। इस हमले में जिला पंचायत सदस्य के वाहन के टायर में गोली लगी है। हालांकि वारदात में कोई हताहत नहीं हुआ हैं। सभी लोग सुरक्षित बीजापुर पहुंच गए हैं। विधायक विक्रम मंडावी नक्सल प्रभावित इलाके में नुक्कड़ सभा करने के बाद लौट रहे थे। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने वारदात की पुष्टि की है।
जिला पंचायत सदस्य की गाड़ी में लगी गोली
जानकारी के मुताबिक, बीजापुर विधायक और बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी पीसीसी के निर्देश पर मंगलवार को नुक्कड़ सभा मे शामिल होने गंगालूर गए थे। यह इलाका नक्सल प्रभावित है। सभा के बाद विधायक विक्रम मंडावी सहित कांग्रेसियों का काफिला लौट रहा था। इसी दौरान पदेडा गांव के नजदीक नक्सलियों ने काफिले में चल रहे वाहनों पर हमला कर दिया। काफिले में शामिल जिला पंचायत सदस्य पार्वती कश्यप के वाहन के पिछले टायर में गोली लगने की खबर मिली हैं।
नक्सलियों की किसी एरिया कमेटी ने नहीं ली जिम्मेदारी
बताया जा रहा है कि फायरिंग के दौरान विधायक का काफिला दूर निकल चुका था। काफिले में शामिल सभी लोग सुरक्षित बताए गए हैं। सभी लोग बीजापुर मुख्यालय लौट आए हैं। वारदात के बाद पुलिस ने इलाके में सर्चिंग तेज कर दी है। बताया जा रहा है कि विधायक के साथ बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। हालांकि अब तक यह पता नहीं लग पाया है कि नक्सलियों के कौन सी एरिया कमेटी ने वारदात की है। हालांकि पुलिस अफसर अभी कुछ बोल नहीं रहे हैं।
गृहमंत्री बोले- रोकने के बाद भी गए विधायक
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि, अभी प्राप्त जानकारी के अनुसार, विक्रम मंडावी जी गंगलूर की तरफ दौरे पर जाने वाले थे। उनको पुलिस वालों ने मना किया था कि वहां मत जाइए। बिना फोर्स और बिना सिक्योरिटी के जाना उचित नहीं है, लेकिन वह रोकने के बाद भी गए और सकुशल लौट आए हैं। उनके काफिले पर कहीं कोई नक्सली हमले की जानकारी अभी नहीं आई है। उनके पीछे जिला पंचायत सदस्य आ रही थीं। उन्होंने गोली चलने और टायर पर लगने की बात कही है। हालांकि पीछे आ रहे पत्रकारों के दल पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। टायर बदलते जरूर पत्रकारों ने उन्हें देखा था। विस्तृत जानकारी मंगाई जा रही है।
चार साल पहले हुई थी भाजपा विधायक की हत्या
करीब चार साल पहले लोकसभा चुनाव के समय साल 2019 में भी नक्सलियों ने ऐसे ही दंतेवाड़ा से विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर हमला किया था। इस हमले में मौके पर ही विधायक भीमा मंडावी की हत्या कर दी गई थी। वहीं बीजापुर में भी भाजपा के पूर्व वन मंत्री और विधायक रहे महेश गागड़ा के काफिले पर भी नक्सली हमला कर चुके हैं। इसी तरह 25 मई 2013 को हुए झीरम घाटी नक्सली हमले में कांग्रेस तत्कालीन अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल सहित 32 लोगों की जान गई थी।