भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.पिछले 24 घंटे में 10,753 नए केस सामने आए हैं. अगर यही आलम रहा तो मई महीने के मध्य तक कोरोना अपने पीक पर होगा. आईआईटी कानपुर के एक प्रोफेसर डॉक्टर महिंद्रा अग्रवाल ने मैथमेटिकल मॉडल के आधार पर बताया कि मई के मध्य तक देश में प्रति दिन 50-60 हजार कोरोना केस सामने आ सकते हैं.
हालांकि, यह मॉडल अभी शुरुआती फेज में है और आने वाले सप्ताह में इसपर और भी कैलकुलेशन किए जाएंगे. भारत में 6 दिनों के भीतर 51,406 केस दर्ज किए गए हैं. इनमें 13 अप्रैल को 10,158, 14 अप्रैल को 11,109 और 15 अप्रैल को 10,753 मामले दर्ज किए गए हैं. मसलन, पिछले तीन दिनों से कोरोना के मामले 10 हजार से ज्यादा दर्ज किए जा रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि एक्टिव केस 53,720 हो गए हैं.
संक्रमण के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता में गिरावट
इस बीच एडल्ट्स आबादी को वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने की सलाह दी गई है. आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर ने संक्रमण के बढ़ते मामलों के लिए दो तर्क दिए हैं. प्रोफेसर के मुताबिक, 5 फीसदी लोगों में संक्रमण के खिलाफ प्रितरोधक क्षमता में कमी आई है. दूसरा कारण वायरस का नया वैरिएंट XBB.1.16 है जो काफी तेजी से फैल रहा है.
प्रोफेसर ने बताया कि भारत में 90 फीसदी लोगों में नेचुरल इम्युनिटी मौजूद है, जबकि उत्तर प्रदेश में वायरस के खिलाफ नेचुरल इम्युनिटी वाले लोगों की संख्या 95 फीसदी है. प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा कि मॉडल के आधार पर आने वाले महीने में प्रति दिन 50,000 संक्रमण के मामले सामने आएंगे, जो भारत जैसे बड़ी आबादी वाले देशों के लिए हैरानी की बात नहीं है.
पिछले 24 घंटे में देश में 27 कोरोना मरीजों की मौत
कोरोना संक्रमण की वजह से मरीजों की मौतें भी बढ़ रही है. पिछले 24 घंटे में 27 मौतें दर्ज की गई, जिसमें दिल्ली में सबसे ज्यादा सात मौतें दर्ज की गईं. दिल्ली में 6, महाराष्ट्र में 4, राजस्थान में 3 और छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में एक-एक मौत दर्ज की गई. दैनिक पॉजिटिविटी रेट 5.01 फीसदी पर पहुंच गया है, जबकि साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 4.29 फीसदी है.