रायपुर / नई दिल्ली – देश में कई राज्यों में हुई बारिश से किसानों की टेंशन बढ़ गई है. किसानों की फसलें बारिश और ओलावृष्टि से नुकसान हुई हैं. मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में आज बारिश हो सकती है. छत्तीसगढ़ के कई जिलों में आंधी और गरज चमक के साथ ओले पड़ने की संभावना है. वहीं, मध्य प्रदेश के सागर,रीवा, जबलपुर,शहडोल संभाग के जिलों के साथ बैतूल, सीधी, सिंगरौली जिले में गरज चमक के साथ बारिश और बौछार पड़ने का अलर्ट जारी किया गया है. सागर, रीवा, जबलपुर, शहडोल संभाग में बिजली गिरने का अलर्ट है. अगले दो दिनों तक बारिश और ओले पड़ने की संभावना है. पिछले 24 घंटे में नर्मदापुरम में सबसे अधिक तापमान 38.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
रायपुर के साथ-साथ कई जिलों में मौसम बदलने लगा है। हवा चल रही है तो कहीं बारिश गिरने के आसार हैं। ऐसे में मौसम विभाग ने फिर एक बार कुछ जिलों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग ने साफ कहा है कि गरज चमक के साथ वज्रपात की संभावना है।अगले 4 घंटों में प्रदेश के सूरजपुर, सरगुजा, बलरामपुर , जशपुर ,पेंड्रा रोड बिलासपुर ,कोरबा, जांजगीर, रायगढ़ ,मुंगेली ,कवर्धा ,बेमेतरा तथा इससे लगे जिलों में गरज चमक के साथ वज्रपात और अंदर चलने की प्रबल संभावना है।
दिल्ली-एनसीआर में आज मौसम साफ रहेगा. मौसम विज्ञानियों ने सोमवार को मुख्य रूप से आसमान के साफ रहने की उम्मीद जताई है और कहा कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान 31 और 16 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा.दिल्ली में रविवार को अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
राजस्थान में ओलावृष्टि
राजस्थान में बारिश और ओलावृष्टि ने राज्यभर के खेतों में खड़ी फसलों को नष्ट कर दिया है, जिससे कई किसान अपने नुकसान से परेशान हैं. जानकारों का कहना है कि अप्रैल के पहले हफ्ते में नया सिस्टम आने की संभावना है, जिसके बाद मौसम में फिर बदलाव हो सकता है. पिछले 24 घंटे के दौरान आंधी के साथ ओलावृष्टि ने उत्तरपूर्वी राजस्थान में कई स्थानों पर फसलों को बर्बाद कर दिया. अलवर, झुंझुनू, गंगानगर, हनुमानगढ़, चुरू और बीकानेर में भारी ओलावृष्टि हुई. ओलावृष्टि से राजस्थान में सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला दूसरा जिला अलवर है.
आंध्र प्रदेश में 3 लाख एकड़ से अधिक फसल बर्बाद
आंध्र प्रदेश में एक सप्ताह पहले बेमौसम बारिश और आंधी के कारण तीन लाख एकड़ से अधिक फसल बर्बाद हो गई. राज्यभर के विभिन्न जिलों में कटाई के लिए तैयार रबी की खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा है. तटीय जिलों और रायलसीमा के किसानों को बेमौसम बारिश का प्रकोप झेलना पड़ा और अगले 10-15 दिनों में अच्छी फसल काटने की उनकी उम्मीद टूट गई. बेमौसम बारिश से मक्का, मिर्च, धान और तंबाकू की फसलों को नुकसान हुआ है. आम की फसल को भी काफी नुकसान हुआ है. केला, टमाटर, अन्य बागवानी और सब्जियों की फसलों को भी नुकसान है. तेज हवाओं ने आम, पपीता और केले की फसल को भी नुकसान पहुंचाया है.
पंजाब में किसानों को मिलेगा मुआवजा
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को राज्य के मोगा, मुक्तसर, बठिंडा और पटियाला जिलों का दौरा किया तथा किसानों को उनके फसल को हुए नुकसान का उचित मुआवजा देने का आश्वासन दिया. इन जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण फसलों को नुकसान पहुंचा है. मान ने कहा कि अगर किसानों को 75 फीसदी फसल का नुकसान हुआ है, तो सरकार उन्हें 15 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा देगी. उन्होंने कहा कि अगर नुकसान 33 से 75 फीसदी के बीच है, तो 6750 रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा दिया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमिकों को मुआवजे के रूप में 10 प्रतिशत, जबकि खराब मौसम के कारण घरों को पहुंचे नुकसान के लिए 95,100 रुपये के मुआवजे का भुगतान किया जाएगा. पंजाब में बेमौसम बरसात, ओलावृष्टि और तेज आंधी के कारण प्रदेश के कई इलाकों में गेहूं एवं अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा है.
यूपी में भी किसानों को नुकसान
उत्तर प्रदेश में पिछले 10 दिनों के दौरान आयी आंधी-पानी और ओलावृष्टि आम उत्पादक किसानों के अरमानों पर मुसीबत बनकर टूटी है. इस प्राकृतिक आपदा के कारण आम की फसल को हुए जबरदस्त नुकसान से परेशान उत्पादकों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है. प्रदेश के आम उत्पादक इस बार अच्छा बौर आने की वजह से बंपर फसल की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन आंधी, बारिश और ओलावृष्टि तथा उसके परिणामस्वरूप मौसम ठंडा होने के कारण फसल को अब तक करीब 40 फीसदी का नुकसान हो चुका है.