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राहुल गांधी की सजा पर छत्तीसगढ़ में सियासत तेज, सीएम बघेल और रमन सिंह आमने-सामने

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राहुल गांधी पर हुई कार्रवाई पर नाराजगी जताते बीजेपी पर निशाना साधा है वहीं रमन सिंह ने इस पर पटलवार किया है

रायपुर – साल 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरनेम को लेकर राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान पर सूरत डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने राहुल गांधी को दोषी करार दिया है और 2 साल की सजा सुनाई है. सजा के कुछ देर बाद ही राहुल गांधी को जमानत मिल गई. लेकिन इस मामले में देशभर में सियासत शुरू हो गई है. इसका असर छत्तीसगढ़ में भी दिखाई दे रहा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है.

राहुल गांधी की टिप्पणी पर छत्तीसगढ़ में सियासत तेज

दरअसल गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राहुल गांधी पर हुए कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए कहा ”बीजेपी के लोगों ने राहुल गांधी को मीरजाफर तक कहा है. व्यक्तिगत रूप से राजनीति में एक दूसरे का सम्मान खत्म हो गया है. पिछले दशकों में हम देखेंगे तो चाहे कांग्रेस के नेता हो या बीजेपी के नेता या समाजवादी पार्टी के नेता एक दूसरे के प्रति सम्मान का भाव रखते थे. लड़ाई विचारधारा की होती थी.” 

सीएम बघेल ने कहा – राहुल गांधी से बीजेपी भयभीत है

इसके आगे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा  ”अटलजी की तबीयत जब खराब हुई थी, तब विपक्ष में रहते हुए भी उन्हें एक प्रतिनिधिमंडल में शामिल कर इलाज के लिए अमेरिका भेजा गया था. पीएम मोदी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के लिए कैसे-कैसे शब्दों का प्रयोग करते रहे हैं. राजनीतिक शुचिता खत्म करने का काम बीजेपी करती रही है. वहीं सीएम ने बीजेपी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी से बीजेपी भयभीत है. ये किसी भी स्तर पर जा सकते हैं.”

‘कोर्ट का फैसला राहुल गांधी को सबक सिखाने वाला है’

वहीं दूसरे और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने भी राहुल गांधी के मामले में कोर्ट के फैसले को लेकर बयान दिया है. रमन सिंह ने विधानसभा में मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम भूपेश बघेल के बयान पर पलटवार किया है. बीजेपी राहुल गांधी से क्यों डरेगी? राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का सफाया हो चुका है. रमन सिंह ने कहा कि कानून से बड़ा कोई नहीं है. कोई अपने आप को कानून से बड़ा समझता है.

इसका मतलब है कि वह संविधान को नहीं मानता. प्रधानमंत्री का पद देश की गरिमा बढ़ाने वाला पद है और इस पद पर कोई टिप्पणी करेगा तो मानहानि का केस चलेगा.सूरत कोर्ट का फैसला राहुल गांधी को सबक सिखाने वाला है. इसके आगे रमन सिंह ने कहा कि ये फैसला नजीर बनेगा कि राजनीतिक शुचिता कैसे होनी चाहिए. 

बीजेपी विधायक ने 2019 में की थी शिकायत

गौरतलब है कि 2019 में राहुल गांधी ने कर्नाटक के कोलार में आयोजित एक जनसभा में पीएम के सरनेम को लेकर टिप्पणी की थी. इसके बाद राहुल गांधी पर मानहानि का मामला दर्ज हुआ था. राहुल गांधी ने कथित तौर पर कहा था कि क्यों सभी चोरों का समान उपनाम मोदी ही होता है. इस टिप्पणी पर बीजेपी के विधायक पुनरेश मोदी ने याचिका दायर कराई थी.