रायपुर – छत्तीसगढ़ के तीन कलाकारों ऊषा बारले, अजय कुमार मंडावी और डोमार सिंह कुंवर को देश के प्रतिष्ठित पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया है। केंद्र सरकार ने बुधवार को पद्म पुरस्कारों की घोषणा की है।
ऊषा बारले – भिलाई की 54 वर्षीय कलाकार पंडवानी विधा में विख्यात हैं। विख्यात कलाकार तथा पद्मश्री तीजनबाई के साथ रही हैं। इंग्लैंड समेत कई देशों में पंडवानी की प्रस्तुति दे चुकी हैं। स्थानीय स्तर पर गिरौदपुरी तपोभूमि में 5 बार सम्मानित हुई। बीएसपी भी उन्हें दाऊ महासिंह चंद्राकर अवार्ड से सम्मानित कर चुका है।
अजय मंडावी – कांकेर के 54 वर्षीय काष्ठ कलाकार हैं। विगत कई वर्षों से दिग्भ्रमित (नक्सल प्रभावित) युवाओं को बंदूक छोड़कर कला के क्षेत्र में ला रहे हैं और अब तक 350 से ज्यादा युवाओं को काष्ठकला में पारंगत कर चुके हैं। मंडावी के कारण 400 से ज्यादा युवा काष्ठकला के जरिए आत्मनिर्भर भी हुए हैं।
अजय मंडावी – कांकेर के 54 वर्षीय काष्ठ कलाकार हैं। विगत कई वर्षों से दिग्भ्रमित (नक्सल प्रभावित) युवाओं को बंदूक छोड़कर कला के क्षेत्र में ला रहे हैं और अब तक 350 से ज्यादा युवाओं को काष्ठकला में पारंगत कर चुके हैं। मंडावी के कारण 400 से ज्यादा युवा काष्ठकला के जरिए आत्मनिर्भर भी हुए हैं।