रायपुर पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ फिर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर देशभर के लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। जामताड़ा गिरोह के 4 अंतरराज्यीय ठग को गिरफ्तार किया है।
रायपुर – पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ फिर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर देशभर के लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। जामताड़ा गिरोह के 4 अंतरराज्यीय ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपी स्वयं को अलग-अलग एप्स या कम्पनियों का कस्टमर केयर अधिकारी बताकर ठगी की घटनाओं को अंजाम देते थे। आरोपियों ने थाना धरसींवा निवासी एक व्यक्ति से साढ़े 7 लाख रुपए से अधिक की ठगी की है।
सभी आरोपी देवघर एवं रांची (झारखंड) के रहने वाले है। झारखंड के गिरीडीह, देवघर, धनबाद एवं जामताड़ा एरिया पूरे देशभर में सायबर क्राइम करने के नाम से प्रसिद्ध है। आरोपियों के कब्जे से 5 नग मोबाइल फोन एवं 1900 रूपये नगदी रकम जब्त किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ थाने धरसींवा में अपराध क्रमांक 84/2023 धारा 420, 34 के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस आरोपियों से ठगी की अन्य घटनाओं और गिरोह के अन्य सदस्यों के संबंध में विस्तृत पूछताछ कर रही है।
ये रहा मामला
प्रवीण कुमार वर्मा ने थाना धरसींवा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह शारडा एनर्जी कंपनी सिलतरा मे फिटर का कार्य करता है। उसका एक्सिस बैंक में खाता संचालित है। प्रार्थी ने 3 फरवरी को फोन-पे कस्टमर केयर के नम्बर पर फोन लगाकर बैंक खाता से 1124-रूपये आहरण होने के संबंध में शिकायत की थी, जिस पर कस्टमर केयर ने प्रार्थी को अपने वरिष्ठ अधिकारी से बात कराने की बात कही। इसके बाद अज्ञात मोबाइलधारक ने प्रार्थी के ल फोन पर कॉल कर फोन-पे एप खोलने को कहा। कुछ देर बाद प्रार्थी को उसके एक्सिस बैंक एप को खोलकर खाते में रकम की जानकारी देने एवं ओटीपी आएगा, उसे बताने को कहा, जिस पर प्रार्थी ने अज्ञात नम्बर के धारक के बताये अनुसार किया गया। प्रार्थी ने अज्ञात मोबाइल नम्बर के धारक को ओ.टी.पी बताया। कुछ देर बाद अज्ञात मोबाइल नम्बर के धारक ने प्रार्थी को रकम वापस आने की बात कही गई। 8 फरवरी को प्रार्थी जब एटीएम के माध्यम से बैलेंस चेक करने गया तो पीन कोड गलत बताने लगा जिसके बाद प्रार्थी अपने एक्सिस बैंक के अकाउंटेट से मिला जिस पर अकाउंटेंट ने प्रार्थी को बताया गया कि 03.02.2023 से 08.02.2023 के मध्य प्रार्थी के खाते से 7,52,665 रूपये का आहरण किया गया। इस प्रकार अज्ञात नम्बर के धारक ने स्वयं को फोन-पे कस्टमर केयर का वरिष्ठ अधिकारी बताते हुए साढ़े 7 लाख से ज्यादा रुपए पार कर दिए।
इनकी रही महत्वूपर्ण भूमिका
ठगी की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर/अपराध अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक उरला अविनाश मिश्रा, उप पुलिस अधीक्षक क्राइम दिनेश सिन्हा, प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साइबर यूनिट और थाना प्रभारी धरसींवा को अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने निर्देशित किया गया। जिसके बाद टीम ने जांच पड़ताल कर आरोपियों को झारखंड से धर दबोचा।