इस बीच, पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मध्यप्रदेश के नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले के पहाड़ी क्षेत्र में इस प्रशिक्षण विमान हादसे में जान गंवाने वाले उड़ान प्रशिक्षक पायलट एवं प्रशिक्षु महिला पायलट के शवों को रविवार को पोस्टमॉर्टम करने के बाद उनके परिजन को सौंप दिया गया।
नई दिल्ली – नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) का हवाई सुरक्षा दल (एएसटी) एक दिन पहले पड़ोसी मध्य प्रदेश में हुए विमान हादसे की जांच के लिए रविवार को महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के बिरसी हवाई पट्टी पहुंचा। इस विमान हादसे में उड़ान प्रशिक्षक पायलट एवं प्रशिक्षु महिला पायलट की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इस विमान का ब्लैक बॉक्स अबतक नहीं मिल पाया है।
इस बीच, पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मध्यप्रदेश के नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले के पहाड़ी क्षेत्र में इस प्रशिक्षण विमान हादसे में जान गंवाने वाले उड़ान प्रशिक्षक पायलट एवं प्रशिक्षु महिला पायलट के शवों को रविवार को पोस्टमॉर्टम करने के बाद उनके परिजन को सौंप दिया गया। यह विमान शनिवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे बालाघाट जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर किरनापुर पुलिस थानांतर्गत भाक्कुटोला गांव के पास पहाड़ियों में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जिसमें उड़ान प्रशिक्षक पायलट मोहित ठाकुर (25) और महिला प्रशिक्षु पायलट वृक्षंका माहेश्वरी (20) की मौत हो गयी थी।
इस प्रशिक्षण विमान ने बालाघाट की सीमा से सटे महाराष्ट्र स्थित गोंदिया जिले के बिरसी हवाई पट्टी से शनिवार को उड़ान भरी थी। प्रशिक्षण विमान इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी का था। अकादमी के प्रवक्ता रामकिशोर द्विवेदी ने बताया, “ दोनों मृतकों के शवों को औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया है और हादसे के कारणों का पता जांच के बाद ही चल सकेगा।” मध्य प्रदेश में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) दुर्गेश आर्मों ने बताया, ‘‘अधिकारियों को अभी तक इस विमान का ब्लैक बॉक्स नहीं मिला है। उसकी तलाश जारी है।’’
एक पुलिस अधिकारी ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा “ खराब मौसम के कारण यह विमान दुर्घटनाग्रस्त नहीं हुआ होगा, क्योंकि वहां उस वक्त मौसम साफ था। मैं शनिवार को हादसे के निकट लांजी कस्बे में था जब यह घटना हुई।” दुर्घटनास्थल के आसपास रहने वाले ग्रामीणों का कहना है कि शायद विमान एक पेड़ से टकराया होगा, क्योंकि यह घने जंगल वाले पहाड़ी क्षेत्र में काफी नीचे उड़ रहा था। जिस इलाके में यह हादसा हुआ, वहां कथित तौर पर नक्सलियों की मौजूदगी रहती है और शाम होने के बाद लोगों वहां नहीं जाते हैं।
एसडीओपी आर्मों ने बताया, ‘‘हिमाचल प्रदेश के रहने वाले प्रशिक्षक पायलट मोहित का शव उसके परिवार को सौंप दिया गया है जबकि प्रशिक्षु पायलट वृक्षंका का शव भी उसके परिजनों को सौंप दिया गया है जो गुजरात के भावनगर से यहां आए थे। दोनों शवों का पोस्टमॉर्टम लांजी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तीन चिकित्सकों की टीम ने किया।’’ पुलिस ने बताया कि वृक्षंका कराटे में ब्लैक बेल्ट थी, जो पायलट बनना चाहती थी।
इस बीच, द्विवेदी ने कहा, “दुर्घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय हवाई सुरक्षा दल बिरसी पहुंचा है और उनके रिपोर्ट देने के बाद ही सही कारण का पता चल पाएगा।” उन्होंने कहा, “ दुर्घटना का शिकार हुआ विमान डायमंड डीए-40 सरीखा एक इंजन वाला विमान था और ऐसे विमान में ब्लैक बॉक्स नहीं होता है। विमान हादसे में पूरी तरह से तबाह हो गया है।