रायपुर – छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज बजट सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही प्रश्नकाल में पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने अपनी ही सरकार को सवालों में घेरा। उन्होंने कोंडागांव में डीएमएफ फंड के बंटवारे में बंदरबांट करने का आरोप लगाया है। सवाल किया गया कि आरईएस निर्माण एजेंसी है तो कब से सरकार में सप्लाई का काम कर रही है।
मरकाम ने मंत्री रविंद्र चौबे से पूछा, क्या इसमें जांच कराएंगे। क्या निर्माण एजेंसी सप्लाई का काम कर रही है। 7 करोड़ डीएमएफ के पैसे का बंदरबाट किया गया है। एक ही अधिकारी को बहुत से पद पर बैठाया गया है। इस पर विपक्ष के सदस्य शिवरतन ने कहा कि खुद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आरोप लगा रहे हैं। मंत्री को इस पर त्याग पत्र दे देना चाहिए। इस पर पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने ये कहा नारायण चंदेल – पूरे प्रदेश में डीएमएफ में गड़बड़ी हो रही है।
शून्यकाल के दौरान विपक्ष के नेताओं ने राज्यपाल के अभिभाषण पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया गया । जिसके चलते सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित की गई।
बृजमोहन अग्रवाल बोले– राज्यपाल के साथ फ्रॉड हुआ, जिस अभिभाषण को स्वीकृत नहीं किया, उस भाषण की प्रतियां बांटी गई है।
शिव डहरिया बोले– हमने आरक्षण पर वो लाइनें रखी हैं, भाजपा क्या आरक्षण का विरोध कर रही।
सत्तापक्ष और विपक्ष के बीचे तीखी नोकझोंक
नेताप्रतिपक्ष नारायण चंदेल बोले– विधानसभा और लोकसभा में कानून बनाता है, पढ़ने के लिए राज्यपाल को अलग कॉपी दी है