दुर्ग – जिले की पुलिस ने एक ठग गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो सोने के निवेश के नाम पर छात्रों को निशाना बनाता था. इस गिरोह ने अपना मोबाइल एप भी बनाया था. बता दें कि 40 लाख रुपये की ठगी के इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दरअसल दुर्ग पुलिस ने उन सभी आरोपियों को हिरासत में लिया है. जो बैंकों में डूबे गोल्ड को सस्ते में खरीदकर और अच्छे दामों पर बेचने के लिए युवाओं को झांसा देते थे. बता दें कि ठगी के लिए ठगों ने एक नया तरीका निकाला था. गौरतलब है कि आज का समय मोबाइल है और हर व्यक्ति ज्यादा से ज्यादा काम मोबाइल से करता है. इसलिए ठगों ने मोबाइल एप बनाया था और वो मोबाइल एप के जरिए लोगों को ठगते थे. इनके जाल में भिलाई के सेक्टर 1 निवासी जयप्रकाश चौहान नाम का छात्र फंस गया.
एंटी क्राइम-साइबर यूनिट की टीम ने किया गिरोह का पर्दाफाश
बता दें कि जब जयप्रकाश के साथ 40 लाख रुपये की हाईटेक ठगी हुई तब उसको समझ में आया कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है. फिर उसने साइबर क्राइम में रिपोर्ट दर्ज कराई. जयप्रकाश की शिकायत पर दुर्ग पुलिस की साइबर टीम ने कार्रवाई शुरू कर दी. जिसके बाद एंटी क्राइम और साइबर यूनिट की टीम ने इस गिरोह का पर्दाफाश किया.
बनाया था इंस्टेंट पॉकेट मनी नाम का मोबाइल एप
इस गिरोह का खुलासा करते हुए दुर्ग एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि पंकज वर्मा, मुस्कान गुप्ता शेखर, अदनान शहीद और फरार शारिक खान ने ठगी के लिए इंस्टेंट पॉकेट मनी नाम का एक मोबाइल एप बनाया था. जिसके जरिए ये लोग बैंकों में डूबा सोना खरीदने का झांसा युवाओं को देते थे. इसके अलावा शॉर्ट टाईम लोन का लालच भी इनके द्वारा दिया जाता था. फिलहाल सभी आरोपितों से पुलिस हिरासत में पूछताछ जारी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और इस तरह से होने वाले हाईटेक अपराधों को लेकर लगातार शिकायतें मिलने के बाद कार्रवाई भी कर रही है.