रायपुर – छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बीजेपी के दिग्गज नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस के 85वां राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने ‘मोर आवास-मोर अधिकार’ अभियान के तहत रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पंचायत मंत्री रविन्द्र चौबे के निवास के घेराव करते हुए कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला।
पूर्व मंत्री और विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कांग्रेस अधिवेशन चाहिए। छत्तीसगढ़ के गरीबों का आवास नहीं चाहिए। भूपेश बघेल कांग्रेस के अधिवेशन पर राज्य की जनता का 5 हजार करोड़ न्यौछावर कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ के संसाधनों का दुरुपयोग किया जा रहा है। पूरी सरकारी मशनरी कांग्रेस अधिवेशन की सेवा में तैनात कर दी गई है। कांग्रेस के अधिवेशन में सोनिया गांधी आ रही हैं, राहुल, प्रियंका आ रहे हैं, कांग्रेस के गुमनाम अध्यक्ष आ रहे हैं। देशभर के कांग्रेसियों के पास कोई काम नहीं है, ऐसे तमाम नेता यहां की गरीब जनता का आवास छीनकर कराये जा रहे 5 हजार करोड़ के भंडारे का लुत्फ उठाने आ रहे हैं। भूपेश बघेल कांग्रेस अधिवेशन के प्रायोजक बने हैं और छत्तीसगढ़ की जनता का धन इन मेहमानों की खातिरदारी पर उड़ा रहे हैं।
‘गरीब अपनी छत से वंचित’
वरिष्ठ भाजपा नेता आरोप लगाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के गरीब अपनी छत से वंचित हैं और यहां की जनता के पैसों से कांग्रेस के लोगों को लग्जरी होटलों में ठहराया जा रहा है। गरीब जनता सरकारी अस्पताल में इंजेक्शन को तरस रही है, कांग्रेसियों की सेवा में पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था हाजिर रहेगी। कानून व्यवस्था दम तोड़ रही है, कांग्रेस की सेवा में पूरा प्रशासन और सुरक्षा में पुलिस समर्पित है।
‘जनता झूठ समझ चुकी है’
घेराव आंदोलन में शामिल होने आए भाटापारा विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा भूपेश बघेल यह जान लें कि पूरे देश में केवल बंगाल और छत्तीसगढ़ में ही प्रधानमंत्री आवास नहीं मिल रहे हैं। आपके साथी कांग्रेसी राज्य राजस्थान में तो प्रधानमंत्री आवास प्लस के मकान बनने प्रारंभ हो गए हैं । जनता आपका झूठ समझ चुकी है अब आप को गरीब का पैसा देकर उनका मकान बनवाना ही होगा। आंदोलन को पूर्व जिला अध्यक्ष राजीव अग्रवाल व वरिष्ठ भाजपा नेता सुभाष तिवारी ने भी संबोधित किया।
अधिकार के मिलने तक जारी रहेगी लड़ाई
जिलाध्यक्ष जयंती पटेल ने आंदोलन में शामिल होने के लिए जनता और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अपने अधिकार के मिलते तक यह आंदोलन खत्म नहीं होगा। जरूरत पड़ी तो जनता अपने आवास के लिए भूपेश सरकार को आशियाना छीन लेगी। कार्यक्रम का संचालन मोर आवास मोर अधिकार रायपुर जिला प्रभारी अमरजीत छाबड़ा, सह प्रभारी खेम सेन, जितेंद्र गोलछा ने किया।
छत्तीसगढ़ के लिये भी ऐतिहासिक क्षण: मरकाम
दूसरी ओर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस का अधिवेशन छत्तीसगढ़ में होना राज्य के लिये गौरव की बात है। यह क्षण कांग्रेस के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के लिये भी ऐतिहासिक और गौरवपूर्व है। कांग्रेस देश का अकेला राजनैतिक संगठन है जिसका गठन आजादी के पहले हुआ था जिसने देश की आजादी की लड़ाई का नेतृत्व किया।
जानें कहां-कहां हुआ था कांग्रेस का अधिवेशन
कांग्रेस का पहला अधिवेशन स्थापना के तत्काल बाद 1885 में मुंबई में हुआ जिसमें व्योमेशचंद्र बेनर्जी अध्यक्ष बने। कांग्रेस के 40 वें अधिवेशन 1924 में बेलगांव महात्मा गांधी अध्यक्ष बने थे। 46 वे अधिवेशन में 1929 के लाहौर अधिवेशन में पं. जवाहर लाल नेहरू अध्यक्ष बने थे और कांग्रेस के 52 वें अधिवेशन 1938 में हरिपुर, 1939 को त्रिपुरी मध्यप्रदेश के अधिवेशन में नेताजी सुभाषचंद्र बोस कांग्रेस के अध्यक्ष बने। रायपुर के पहले दिल्ली में कांग्रेस का 84वां अधिवेशन 2018 में हुआ था।