गरियाबंद – गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र में बीते रात हाथियों के दल ने खेत के झोपड़ी में सो रहे बुजुर्ग ग्रामीण को पहले सुंड से खीचकर बाहर निकाला और पटक -पटक कर मौत के घाट उतार दिया। हाथियों के दल ने बुजुर्ग ग्रामीण को इस बुरी तरह से पैरो से कुचल कर मार डाला की ग्रामीण की लाश टुकड़े -टुकड़े में बिखर गये।
इस हृदय विदारक घटना की जानकारी लगते ही आज बुधवार सुबह घटना स्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ लग गई और वन विभाग तथा पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचकर जहां पंचनामा कार्यवाही कर शव का पोस्टमार्डम कर परिजनो को सौप दिया वही इस घटना के बाद क्षेत्र में हाथियों के द्वारा फिर डेरा डाल देने से भारी दहशत देखने को मिल रही है। पिछले डेढ़ वर्षो के भीतर उदंती सीतानदी और गरियाबंद वन मंडल क्षेत्र के जंगल में हाथियों के द्वारा लगभग एक दर्जन लोगो को मौत के घाट उतारा जा चुका है।
मिली जानकारी के अनुसार पिछले पाच माह बाद हाथियों का दल जिसे सिकासार दल के नाम से जाना जाता है और इसमें 32 से 34 हाथियों की संख्या है यह हाथियो का दल मंगलवार को दोपहर सीतानदी वन परिक्षेत्र से होते हुए गौरगांव शोभा क्षेत्र पहुंचा जिसकी जानकारी लगते ही वन विभाग द्वारा बकायदा गांव -गांव में मुनादी करा कर लोगो को अकेले जंगल की तरफ नही जाने की अपील भी किया गया था। हाथियों का दल उदंती सीतानदी टाइगर के बफर जोन एरिया वन परिक्षेत्र तौरेंगा के ग्राम अड़गड़ी के समीप कल रात 8 बजे के आसपास पहुंच गया था मैनपुर से महज 15 किमी दूर ग्राम अड़गड़ी के पंडरीपानी में अपने खेत जो जंगल से लगा हुआ है वहा झोपड़ी में ग्रामीण बुधराम मरकाम पिता गिरजा राम मरकाम उम्र लगभग 65 वर्ष सो रहा था कि लगभग रात्री 2 बजे के आसपास हाथियों का दल किसान के झोपड़ी के समीप पहुंच गया और झोपड़ी को चारो तरफ से घेर लिया हाथियों के चिंघाड़ से बुजुर्ग किसान अपने आप को बचाने की कोशिश किया होगा लेकिन चारो तरफ से लगभग 32 -34 हाथियों ने घेरकर ग्रामीण को पैरो से कुचल कर इस बुरी तरह से मौत के घाट उतार दिये है’ .
ग्रामीण के शव कई हिस्सो में अलग -अलग हो गया क्षतविक्षत लाश चारो तरफ बिखर गया यहां पर हाथियों का सुबह 5 बजे तक मंडराते रहा उसके बाद तौरेंगा के तरफ बढ़ गया। इसकी जानकारी लगते ही सुबह वन विभाग के अफसर और जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम मौके पर पहुंचे साथ ही शव का पोस्टमार्डम करवा कर परिजनो को सौप दिया गया है तो वही मृतक के परिजनो को वन विभाग द्वारा तत्काल सहायता राशि 25 हजार रूपये दिया गया है।
हाथियों का दल काफी आक्रोशित और तौरेंगा के जंगल में डाले है डेरा
हाथियों का दल लगभग पांच माह बाद मैनपुर क्षेत्र में एक बार फिर लौटा है और इस बार हाथियों का दल काफी आक्रमक दिखाई दे रहे है मैनपुर क्षेत्र में पहुंचते ही हाथियों के दल ने एक ग्रामीण बुजुर्ग को मौत के घाट उतारा है जिससे पुरे क्षेत्र में दहशत का माहौल देखने को मिल रहा है अभी मिली जानकारी के अनुसार देर रात हाथियों का लोकेशन तौरेंगा और शोभा जंगल के बीच में है आज दिनभर हाथी मित्र दल के सदस्य और वन अमला गांव -गांव पहुंचकर लोगो को जंगल की तरफ नही जाने की मुनादी कर अपील करते रहे।
मुख्य वन संरक्षक एवं उपनिदेशक वरूण जैन पहुंचे मृतक के घर
हाथियो के दल द्वारा ग्रामीण को मौत के घाट उतारने की जानकारी लगते ही मुख्य वन संरक्षक प्रणीता पाॅल, उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वरूण जैन, जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम, सहायक संचालक गोपाल कश्यप, वन परिक्षेत्र अधिकारी कुल्हाड़ीघाट अमरसिंह ठाकुर एवं वन विभाग के स्थानीय अधिकारी कर्मचारी मृतक के घर पहुंचकर परिजनो को तत्काल मुआवजा राशि उपलब्ध कराये है साथ ही वन विभाग के अफसर देर रात तक हाथी प्रभावित ग्रामो के गांवो में पहुंचकर लोगो को जंगल की तरफ नही जाने की अपील कर रहे है।