नई दिल्ली – अडानी एंटरप्राइजेज का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में यूएस-बेस्ड फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ जनहित याचिका (PIL) दाखिल की गई है। PIL में हिंडनबर्ग के संस्थापक नाथन एंडरसन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के कारण अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट आई है।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को अधिवक्ता एमएल शर्मा की ओर से सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। इस पीआईएल में अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च और उसके संस्थापक नाथन एंडरसन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है। इसके साथ ही इस याचिका में अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश करने वाले लोगों को मुआवजा देने की भी मांग की गई है। अडानी एंटरप्राइजेज मामले में सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका एंडरसन को शॉर्ट-सेलर बताती है और अडानी समूह की कंपनियों के निर्दोष निवेशकों को धोखा देने के लिए उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग करती है।
शेयर्स में लगातार गिरावट
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बादअडानी ग्रुपकी कंपनियों के शेयरों में पिछले सात दिन से लगातार गिरावट जारी है। भारतीय शेयर बाजार में अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 20 फीसदी तक टूट गया। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद से अब तक उद्योगपति गौतम अडानी की नेटवर्थ को बड़ा झटका लगा है। जहां कुछ समय पहले तक वे दुनिया के अमीरों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर काबिज थे अब वे टॉप 20 में भी नहीं हैं।
ब्लूमबर्ग की बिलेनियर इंडेक्स के अनुसार शुक्रवार सुबह गौतम अडानी टॉप 20 अमीरों लिस्ट से बाहर होकर 22वें नंबर पर पहुंच गए। अडानी समूह के मुखिया गौतम अडानी को एक दिन में करीब 10 अरब डॉलर का नुकसान हुआ।