रायपुर। प्रदेश में मतांतरण को लेकर अलग-अलग जगहों पर हो रहे विवाद के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा की मास्टरी सिर्फ दंगा फैलाने में है। भोपाल रवाना होने से पहले स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर मीडिया से चर्चा में मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भाजपा के कुछ है ही नहीं, सिर्फ मतांतरण, सांप्रदायिकता और दंगा फैलाना इनका काम है।
नारायणपुर में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नारायणपुर में हुई घटना में भाजपा और आरएसएस के लोग जेल में हैं। ये लोग दंगा फैलाने का काम कर रहे हैं। इसी में इनकी मास्टरी है। इसी कारण रासुका का विरोध कर रहे थे। छटपटा रहे हैं, छत्त्तीसगढ़ से उनके पांव उखड़ गए हैं। जनता ने नकार दिया है तो इसी ताक में हैं कि कैसे पांव जमाएं। बतां दें कि सरकार ने प्रदेश्ा के 33 मेें से 31 जिलों में सांप्रदायिकता फैलाने और तनाव पैदा करने वाले तत्वोें पर रासुका लगाने का अध्ािकार कलेक्टरोें को दिया है।
पिछली रमन सरकार में रासुका लगाने का मिला था अधिकार
भाजपा रासुका लगाने का विरोध कर रही है और सरकार के इस फैसले की तुलना आपातकाल से कर रही है। हालांकि रासुका लगाने का अधिकार पिछली रमन सरकार में भी कलेक्टरों को दिया गया था, लेकिन प्रदेश सरकार के ताजा फैसले के बाद विवाद हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने आदिवासी के हित में कोई फैसला नहीं किया। भाजपा सरकार ने उनकी जमीन छीनने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। भाजपा सरकार में आदिवासियों की जमीन हासिल करने के लिए कानून बनया जा रहा था, जबकि कांग्रेस सरकार ने आदिवासियोें की जमीन को वापस किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार मेें आदिवासियों की जमीन बड़े कार्पोरेट को देने की तैयारी थी। किसी आदिवासी को भाजपा ने अपने वक्त में पट्टा नहीं दिया। अब मुद्दा बचा नहीं है। नक्सली हमारी नीति के कारण पीछे चले गए। अब वहां हिंसा फैलाने के लिए तरह तरह के षडयंत्र कर रहे हैं।
भाजपा किसान विरोधी, उनकी सरकार में खेती का रकबा घटा
धान खरीदी में रिकार्ड बनने पर मुख्यमंत्री ने किसानोें को बधाई दी। साथ ही भाजपा के उस आरोपोें का भी जवाब दिया, जिसमें कहा जा रहा है कि धान खरीदी के लिए भूपेश सरकार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की जब प्रदेश में सरकार थी, तब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे। उन्होेंने सवाल किया कि क्या उस समय भाजपा के लोगों ने उनका धन्यवाद दिया था। तो दूसरों से क्यों उम्मीद कर रहे हैं। हमारी सरकार ने धान खरीदी चार साल में 50 लाख से बढ़कर दोगुनी कर दी है। भाजपा सरकार में 50-55 लाख तक भी नहीं पहुंचे थे। 12 लाख से बढ़कर 24 लाख किसान धान बेच रहे हैं। भाजपा सरकार ने तो रकबा भी कम कर दिया था। भाजपा किसान विरोधी है, इसीलिए उनकी सरकार में कृषि का क्षेत्र भी काम हुआ, किसान आत्महत्या भी करने लगे थे।