चंडीगढ़– पंजाब की पटियाला जेल में रोड रेज के मामले में सजा काट रहे पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के 26 जनवरी को रिहाई के आसार बढ़ गए हैं। उन्हें राहुल गांधी ने 30 जनवरी को श्रीनगर में होने जा रही रैली के लिए आमंत्रित भी किया है।
जेल सूत्रों के मुताबिक सिद्धू गुरुवार को 12 बजे रिहा हो सकते हैं। इस बीच उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रियंका गांधी से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि नवजोत अपने पति के जेल से बाहर आने के बाद उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर कांग्रेस आलाकमान से चर्चा करने पहुंची थीं। बीते दिनों राहुल ने पंजाब में यात्रा के दौरान सिद्धू को जेल से रिहाई के बाद पार्टी में जिम्मेदारी देने की बात कही थी।
पिछले महीने जब सिद्धू की जेल से समय पूर्व रिहाई की खबरें आई, तभी से पंजाब कांग्रेस में भी उन्हें लेकर हलचल शुरु हो गई थी। सिद्धू को पार्टी में कौन सा पद दिया जाएगा, इस सवाल के जवाब में पार्टी के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी ने दो-टूक जवाब दिया था कि सिद्धू को अब कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी।
इसके बाद नवजोत सिद्धू के भाजपा में शामिल होने की चर्चा भी शुरु हुई, लेकिन उनकी पत्नी के कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई मुलाकात के बाद यही संकेत मिले हैं कि नवजोत सिद्धू कांग्रेस में रहेंगे और प्रदेश इकाई में फिर से बड़ा ओहदा चाहते हैं। नवजोत कौर सिद्धू ने पंजाब में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी।
वरिष्ठ नेता जता सकते हैं आपत्ति
पंजाब कांग्रेस के कुछ सीनियर नेताओं से जब इस संबंध में चर्चा की गई तो उन्होंने खुद को सामने न लाते हुए कहा कि सिद्धू कांग्रेस के लिए नुकसानदायक ही साबित हुए हैं। अगर उन्हें फिर से कोई जिम्मेदारी संभाली गई तो संभव में इस बार सीनियर नेता खुलकर आगे आ जाएं। नेताओं ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के लिए नवजोत सिद्धू को ही पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया। नेताओं का कहना है कि सिद्धू ने कांग्रेस सरकार के दौरान जो कुछ किया, उससे पार्टी की छवि को गहरा धक्का लगा।
भाजपा बोली- सिद्धू के लिए खुले हैं दरवाजे
भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप व उनकी पार्टी की विचारधारा को मानने वाले हर नेता का पार्टी में स्वागत है। फिर चाहे वह नवजोत सिंह सिद्धू क्यों न हों। सिद्धू अगर भाजपा में आना चाहें तो उनके लिए दरवाजे खुले हैं। उन्होंने कहा कि जितने अधिक नेता पंजाब में भाजपा के साथ जुड़ेंगे, उतना ही पार्टी का फायदा होगा। वहीं पंजाब भाजपा के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा का कहना है कि सिद्धू वर्तमान में जिस पार्टी में हैं, वहीं रहें। मेरी उनके लिए शुभकामनाएं हैं। उन्होंने कहा कि यह हवा में बातें हैं कि सिद्धू भाजपा ज्वाइन करने जा रहे हैं।
हाईकमान के सिद्धू को तवज्जो देने से पंजाब कांग्रेस में हलचल, भाजपा ने कहा-खुले हैं दरवाजे