बिलासपुर – ‘मुंह में राम बगल में छुरी’, ‘रंगा सियार’, ‘मुंह में दही जम जाना’… ऐसी कहावतों का प्रयोग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा नेताओं को लेकर किया. दरअसल, मुख्यमंत्री आरक्षण विधेयक से लेकर धर्मांतरण के मुद्दे पर भाजपा के विरोध-प्रदर्शन पर कटाक्ष कर रहे थे.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के बाद प्रेस वार्ता में सवालों का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा के लोग अनेक प्रकार के राजनीतिक बयान दे रहे हैं, लेकिन आरक्षण पर कोई बयान नहीं दे रहे. कोई बीजेपी नेता राज्यपाल से हस्ताक्षर करने की अपील भी नहीं कर रहा. रासुका लोकसभा में पारित हुआ है, उसके बारे में बयान दे रहे हैं. भाजपा के नेताओं को झूठ बोलने में महारत हासिल है. भाजपा नेता प्राइमरी में हैं, पीएचडी होने में टाइम है.
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को इनकी मातृसंस्था ने ठीक से ट्रेनिंग नहीं दी है, इसलिए इनका झूठ पकड़ा जाता है. रमन सिंह के कार्यकाल में सबसे ज्यादा चर्च में बने, और धर्मांतरण हुआ. भाजपाई झूठ बोलने की बजाय जनता की आवाज उठाएं. रासुका को लेकर भाजपाई डरे हुए हैं, उनका झूठ पकड़ा न जाए, इसलिए विरोध कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि रमन सिंह ने 10 बार रासुका लगाया, वो पहले जवाब दें. गुजरात मॉडल में गरीब-गरीब होता जा रहा अमीर-अमीर. छत्तीसगढ़ मॉडल में हम गरीब, किसान, मजदूर को पैसा दे रहे हैं, जिससे लोगों को लाभ हो रहा है. गुजरात मॉडल में मंदी है, छत्तीसगढ़ मॉडल में मंदी का असर नहीं है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम 4 सालों में बताने में कामयाब रहे कि उनकी अपनी सरकार है. इस साल अब तक एक करोड़ 2 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई, जो रिकॉर्ड है. हम हर साल धान खरीदी का रिकॉर्ड बना रहे हैं. 110 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य पूरा हो जाएगा. किसान न्याय योजना के धान के अवाला अन्य फसल लेने वाले किसानों को लाभ मिल रहा है.