CM के लिए भाजपा में कई चेहरे:रमन सिंह ने मीडिया से कहा- मुख्यमंत्री के लिए कई नाम हैं, उनमें एक नाम मेरा भी है; सरकार शराबबंदी नहीं करेगी क्योंकि गंगाजल लेकर कसम नहीं खाई
रायपुर -छत्तीसगढ़ में शराबबंदी नहीं होगी। ये खुलासा किया है डॉ रमन सिंह ने। रायपुर में मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने ने बात कही है। प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा के दौरान शराबबंदी के मुद्दे पर विधानसभा के अंदर सरकार से मिले एक जवाब का जिक्र करते हुए डॉ रमन सिंह ने दोहराया कि प्रदेश में शराबबंदी नहीं होने वाली। इस पर डॉ रमन सिंह ने कहा कि विधानसभा में सरकार की तरफ से कहा गया है कि चुनाव के वक्त जिन वादों के लिए हाथ में गंगाजल लेकर कांग्रेस नेताओं ने कसम खाई वो वादे पूरे किए जाएंगे। जिन वादों के लिए गंगाजल हाथ में नहीं लिया गया वो पूरे नहीं होंगे।
पूर्व CM डॉ रमन ने आगे कहा कि उस वक्त मैंने विधानसभा में पूछा था कि फाइनल बता दिजिए कि कौन-कौन से वादे गंगाजल हाथ में लेकर किए थे, ताकि हमारे में दिमाग में साफ हो जाए कि आप कौन से वादे पूरे करेंगे कौन से नहीं। तो जवाब मिला कि शराबबंदी के लिए हाथ में गंगाजल नहीं उठाए थे। तो क्लियर हो गया कि अब शराबबंदी नहीं होगी, शराब कंटिन्यू बिकेगी, इसकी घर पहुंच सेवा होती रहेगी। इससे बहुत से लोगाेंं का रोजगार चल रहा है ऐसा कहा जाता है।
CM बनाने के लिए कई चेहरे एक उनमें से मेरा भी
पत्रकारों के बीच बैठे छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम ने कई मुद्दों पर सवालों के जवाब दिए। उनसे पूछा गया कि अगली बार चुनाव में भाजपा की ओर से CM का चेहरा कौन होगा। इस पर डॉ रमन सिंह ने कहा कि हमेशा से भाजपा मुद्दों पर चुनाव लड़ती है। चुनाव जीतने के बाद विधायक दल तय करता है कि कौन सीएम बनेगा। इस बार भी वही होगा। छत्तीसगढ़ की भाजपा में तो कई चेहरे हैं उनमें से एक छोटा सा चेहरा मेरा भी है।
टीकाकरण के मुद्दे पर डॉ रमन ने कहा कि जो लोग पहले विरोध करते थे, या टीके पर सवाल उठाते थे। जब टीका लगना शुरू हुआ तो वो लाइन में सबसे पहले खड़े नजर आए। फंड की कमी आई तो केंद्र सरकार ने पूरे देश में टीका मुफ्त दिया। फिर विरोध करने वालों की सोच में परिवर्तन होता गया,अब वैक्सीन पूरे देश में फ्री में मिल रही है। वैक्सीन तो लगवानी ही पड़ेगी, कांग्रेस और कांग्रेस के मित्रों को भी ये बात समझ आ गई है।
बिजली के मुद्दे पर पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने वादा किया था बिजली बिल हाफ। मगर अब बिजली हाफ हो गई और जनता की जेब साफ हो गई। बिजली का दाम औसत 48 पैसा प्रति यूनिट बढ़ा है। अब रेट बढ़ा लो जनता को तो तकलीफ होगी ही, जनता तो हल्ला करेगी। यहां हमारे राज्य में सरपल्स बिजली हुआ करती थी। अब 12 घंटे की कटौती हो रही है। किसान परेशान हैं।