केंद्रीय मंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे के बाद छत्तीसगढ़ में ईडी ने एक बार फिर 13 जनवरी को ताबड़तोड़ छापेमारी की है। इस पर छत्तीसगढ़ की सियासत फिर गरमा गई है। कोरबा रवाना होने से पहले सीएम ने हेलीपैड पर पत्रकारों से चर्चा में ईडी और आईटी के छापे पर कहा कि भाजपा के पास सेंट्रल एजेंसी ही हथियार है।
रायपुर – केंद्रीय मंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे के बाद छत्तीसगढ़ में ईडी ने एक बार फिर 13 जनवरी को ताबड़तोड़ छापेमारी की है। इस पर छत्तीसगढ़ की सियासत फिर गरमा गई है। कोरबा रवाना होने से पहले सीएम ने हेलीपैड पर पत्रकारों से चर्चा में ईडी और आईटी के छापे पर कहा कि भाजपा के पास सेंट्रल एजेंसी ही हथियार है। वे यहां लड़ नहीं पा रहे हैं, इसलिए सेंट्रल एजेंसी का इस्तेमाल कर रहे हैं। भाजपा का काम सरकारों को अस्थिर करना है।
उन्होंने कहा कि भाजपा छत्तीसगढ़ में लड़ नहीं पा रही है। लगातार पदाधिकारी बदले जा रहे हैं, इसलिए सेंट्रल एजेंसियों को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने पहले ही कहा था कि चुनाव तक ईडी की टीम यहां पर ही रहेगी, यही होता हुआ दिख रहा है। जहां-जहां चुनाव होते हैं, वहां-वहां ईडी के छापे पड़ते हैं। यहां सरकार को बदनाम करने की कोशिश हो रही है। अधिकारी-कर्मचारियों को डराने का काम किया जा रहा है।
‘भाजपा कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार की जांच क्यों नहीं होती?’
स्मार्ट सिटी में भ्रष्टाचार पर सीएम ने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार की जांच क्यों नहीं होती? केंद्र की टीम रमन सरकार में हुए भ्रष्टाचार की जांच करें। भाजपा के नेता उसकी शिकायत करें। चिटफंड में कितना बड़ा घोटाला हुआ, चिटफंड घोटाले की जांच ईडी क्यों नहीं करती? शुक्रवार सुबह 4 बजे ईडी ने राजधानी रायपुर, भिलाई और महासमुंद में कई ठिकानों पर दबिश दी है। इनमें आईएएस और पूर्व खनिज सचिव पी अन्बलगन, कांग्रेस के पूर्व विधायक और बीज निगम के अध्यक्ष अग्नि चंद्राकर, कारोबारी स्वतंत्र जैन और विपुल पटेल आदि के ठिकानों पर छापेमारी को अंजाम दिया।अमरउजाला