इंदौर – इंदौर में अपनी तंदुरुस्ती को लेकर बेहद सजग 55 वर्षीय रेस्तरां कारोबारी की जिम में कसरत के दौरान कथित रूप से दिल का दौरा पड़ने से मौत का वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. इस बीच, कारोबारी के पारिवारिक मित्रों का कहना है कि करीब 15 साल पहले उसके हृदय में समस्या होने पर उसकी धमनी में स्टेंट डाला गया था और उसे सलाह दी गई थी कि वह जिम में कसरत के दौरान कम वजन उठाए.
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि रेस्तरां कारोबार से जुड़े प्रदीप रघुवंशी (55) को विजय नगर क्षेत्र के एक जिम में कसरत के दौरान बृहस्पतिवार को कथित रूप से दिल का दौरा पड़ा और वह चंद सेकंड के भीतर जमीन पर गिर पड़े. सूत्रों ने बताया कि रघुवंशी को नजदीक के एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
जिम के एक प्रशिक्षक ने बताया कि करीब 10 मिनट की “वार्म-अप” कसरत के बाद रघुवंशी को कथित रूप से दिल का दौरा पड़ा और वह अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े. इस घटना का सीसीटीवी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल गया है जिसमें रघुवंशी जिम के फर्श पर चलते वक्त अपनी जैकेट उतारने के दौरान अचानक निढाल होकर नीचे गिरते नजर आते हैं. इस दौरान वह गिरने से बचने के लिए जिम की एक मशीन पकड़ने का नाकाम प्रयास करते भी दिखाई देते हैं.
बहरहाल, रघुवंशी के फेसबुक खाते पर डाली गईं तस्वीरें और वीडियो देखकर पता चलता है कि उन्हें फिटनेस का जुनून था तथा वह दौड़ने और साइकिल चलाने के अलावा जिम में कसरत के दौरान वजन भी उठाते थे. रघुवंशी के पारिवारिक मित्र और शहर की महापौर परिषद (एमआईसी) के सदस्य राजेंद्र राठौर ने बताया कि रेस्तरां कारोबारी को करीब 15 साल पहले हृदय संबंधी समस्या हुई थी और इसके इलाज के लिए दिल्ली के एक अस्पताल में उनकी धमनी में स्टेंट डाला गया था.
रघुवंशी के अन्य मित्र और फिटनेस विशेषज्ञ नीरज याग्निक ने कहा, ‘‘रघुवंशी अपनी मौत से पहले एकदम तंदुरुस्त और अपनी सेहत को लेकर बेहद सजग थे. मैंने अपने अन्य उम्रदराज परिचितों की तरह उन्हें भी सलाह दी थी कि उन्हें जिम में र्विजश के दौरान ज्यादा वजन उठाने के बजाय कम वजन के साथ कसरतों के दोहराव पर ध्यान देना चाहिए.’’ याग्निक के मुताबिक, रघुवंशी उन्हें बताते थे कि उन्होंने जिम में पहले के मुकाबले कम वजन उठाना शुरू कर दिया है. हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल भराणी ने कहा कि दिल की बीमारी से जूझ रहे लोगों को ऐसी कसरतें कतई नहीं करनी चाहिए जिनमें भारी वजन उठाने, ज्यादा जोर लगाने और सांस रोकने की जरूरत पड़ती हो.