नारायणपुर – छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में धर्मांतरण को लेकर हुए बवाल के बाद हंगामा जारी है। इस बीच भाजपा नेता और पूर्व मंत्री केदार कश्यप का एक वीडियो सामने आया है। इसमें पूर्व मंत्री कश्यप सड़क पर बैठकर रोते हुए दिखाई दे रहे हैं। वह रोते हुए कह रहे हैं कि सीधे आदमी को पुलिस ने फंसा दिया है। हम अपनी संस्कृति बचाने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस और प्रशासन निर्दोषों को फंसा रहा है। इस दौरान सांसद संतोष पांडेय सहित अन्य नेता उन्हें शांत करने का प्रयास करते दिखाई दे रहे हैं।
गिरफ्तारी के बाद पहुंचा थी भाजपा की जांच समिति
दरअसल, जिले के बखरूपारा में सोमवार को चर्च में तोड़फोड़ और फोर्स पर हमले के आरोप में पुलिस ने भाजपा जिलाध्यक्ष रूपसाय सलाम सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके बाद भाजपा सांसद संतोष पांडेय, मोहन मंडावी और पूर्व मंत्री केदार कश्यप व महेश गागड़ा नारायणपुर पहुंच गए। हालांकि पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया था। इसके बाद देर रात तक हंगामा चलता रहा। इसी दौरान का यह वीडियो बताया जा रहा है। इस वीडियो में नेताओं के सामने कलेक्टर भी खड़े दिखाई दे रहे हैं।
अपनी संस्कृति बचाने कोई तो आवाज उठाएगा
पूर्व मंत्री केदार कश्यप वीडियो में कहते दिखाई दे रहे हैं कि आप लोगों ने इसीलिए हमको रोका कि हमारे आदमी को मार सको। अपनी संस्कृति, अपने देश को बचाने के लिए कोई तो आवाज उठाएगा। मैं करूंगा तो राजनीति हो जाएगी। सीधा आदमी है तो उसे जेल में बंद कर दिए। सरकार आती-जाती रहती है। हम लोग भी 15 साल रहे, लेकिन कभी इस तरह की कार्रवाई नहीं करवाए। वहीं सांसाद संतोष पांडेय कह रहे हैं कि इसलिए ऐसी कार्रवाई की गई, कि अपने कंधे पर स्टार बढ़ा सकें।
सर्व आदिवासी समाज का बंद, चैंबर ऑफ कॉमर्स का समर्थन
वहीं सर्व आदिवासी समाज की ओर से धर्मांतरण के विरोध में 5 जनवरी गुरुवार को बस्तर संभाग में बंद का आह्वान किया गया है। समाज की ओर से जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि नारायणपुर में इसाई मिशनरी द्वारा धर्मांतरण को लेकर आदिवासी समाज के ऊपर प्राणघातक हमला किया गया। इसके विरोध में संपूर्ण बस्तर संभाग में सुबह 9 बजे से 3 बजे तक बंद की घोषणा की गई है। पत्र बस्तर संभाग आयुक्त, आईजी बस्तर रेंज और सभी सातों जिलों जगदलपुर, कोंडागांव, नारायणपुर, कांकेर, सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर के कलेक्टर को संबोधित है। वहीं इस बंद को जगदलपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स ने समर्थन दिया है। व्यापारी भी दुकानें 3 बजे तक बंद रखेंगे।
चर्च में हुई थी तोड़फोड़, पुलिस पर किया गया था हमला
दरअसल, धर्मांतरण के विरोध में सोमवार को आदिवासी समुदाय के लोग प्रदर्शन के लिए बखरूपारा में एकत्र हुए थे। इस दौरान भीड़ ने चर्च पर हमला कर दिया और तोड़फोड़ शुरू कर दी। यहां तक कि चर्च के पीछे स्थित स्कूल को भी नहीं छोड़ा। जिस समय स्कूल की छुट्टी होने वाली थी, तभी भीड़ ने हमला किया। स्कूल में भी तोड़फोड़ की गई। टीचरों ने बच्चों को बचाने के लिए अंदर बंद कर दिया। एसपी समझाने के लिए पहुंचे तो उपद्रवियों ने जवानों पर हमला कर उनका ही सिर फोड़ दिया था।अमर उजाला से