रायपुर – छत्तीसगढ़ में आरक्षण को लेकर सरकार और राजभवन में ठनी हुई है. अब जनता भी आक्रोश में है. आरक्षित वर्ग के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. शहर में जगह-जगह बैनर पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें भाजपा कार्यालय की ओर इशारा करते हुए लिखा गया है कि राजभन का संचालन अस्थाई रूप से कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में स्थानांतरित हो गया है.
इसके साथ ही पोस्टर बैनर में कुशाभाऊ ठाकरे परिसर (भाजपा कार्यालय) की ओर इशारा करते हिए लिखा है कि राजभवन इधर है. राजभन का संचालन अस्थाई रूप से कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में स्थानांतरित हो गया है. कृप्या सीधे वहीं संपर्क करें.
बता दें कि विधानसभा में आरक्षण बिल को पास कर लिया गया है, जिसमें 76 प्रतिशत आरक्षण छत्तीसगढ़ के लोगों को मिला है. अब ये बिल राज्यपाल के हस्ताक्षर के लिए लटका पड़ा है, जिससे लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. भर्तियां रुकी हुई हैं. ऐसे में लाजमी है कि आरक्षित वर्ग के लोगों का गुस्सा अब सड़क पर आ गया है.
किस वर्ग को कितना आरक्षण ?
छत्तीसगढ़ में अब अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए 32 प्रतिशत, अनुसूचित जाति वर्ग के लिए 13 प्रतिशत, पिछड़ा वर्ग के लिए 27 प्रतिशत और ईडब्ल्यूएस के लिए 4 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान है. मुख्यमंत्री ने लोकसेवा आरक्षण और शैक्षणिक संस्था प्रवेश में आरक्षण विधेयक सदन में पेश किया था. सदन में चर्चा के पश्चात सर्वसम्मति से विधेयक पारित हुआ था. राज्य में अब कुल 76 प्रतिशत आरक्षण हो गया है.