अंबिकापुर – छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले में स्वास्थ्य मंत्री के निरीक्षण में मितानिन के दवा पेटी में पाई गई। एक्सपायरी दवा का वाकया तब हुआ जब प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव अपने विधानसभा क्षेत्र के दूरस्थ गांव पनगोती पहुंचे हुए थे। इस दौरान सरगुज़ा स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की हद ये रही कि पहले से स्वास्थ्य मंत्री के दौरा कार्यक्रम के बाद भी स्वास्थ्य महकमे ने अपनी व्यवस्था दुरुस्त करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
दवाई पेटी से पाई गई एक्सपायरी दवा
यही कारण है कि स्वास्थ्य मंत्री ने नाराजगी जाहिर करते हुए खुद दवाई पेटी से एक्सपायरी दवा अलग कराई,,, दरअसल स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव काफी समय बाद उदयपुर इलाके के बड़ेगाव, मरेया, पनगोती जैसे दूरस्थ इलाको के दौरे पर थे जहां जब वे पनगोती गांव पहुंचे तो वहां उन्होंने सबसे पहले मितानिन को बुलाया और उसकी दवा पेटी खुद चेक की इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने एक दवाई एक्सपायरी पाई साथ ही साथ स्वास्थ विभाग के रिकॉर्ड भी दुरुस्त नहीं थे।
यही नहीं इलाके में शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ-साथ पेयजल में भी स्वास्थ्य मंत्री ने कमी पाए जाने पर सीधे अधिकारियों को व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए सबसे गंभीर बात यह कि स्वास्थ्य मंत्री का दौरा पहले से प्रस्तावित था मगर इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की हद यह रही कि स्वास्थ्य विभाग ने दवाई पेटी से एक्सपायरी दवाई तक हटाने की जहमत नहीं उठाई ऐसे में स्वास्थ्य मंत्री ने यह जरूर कहा कि इलाके में जागरूकता का अभाव है और यही कारण है कि इस इलाकों में बेहतर सुविधाएं पहुंचाने का प्रयास सरकार कर रही है।
एक्सपायरी दवा के मामले में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एक्सपायरी दवा से किसी तरह के नुकसान का खतरा तो नहीं लेकिन दवाई असर नहीं करती ऐसे में एक्सपायरी दवा को अलग करना चाहिए उन्होंने इलाके में पेयजल की जांच के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड को दुरुस्त करने के निर्देश दिए ऐसे में साफ है कि स्वास्थ्य मंत्री के दौरे कार्यक्रम में भी जिस तरह से स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही नजर आई है उससे यह कहा जा सकता है कि शायद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी स्वास्थ्य मंत्री को भी गंभीरता से नहीं ले रहे।