रायपुर – ED ने छत्तीसगढ़ में कोल घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किए गए आरोपियों की 152.31 करोड़ की संपत्ति को अटैच कर दिया है। जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव सौम्या चौरसिया, IAS समीर विश्नोई और कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी समेत अन्य दो आरोपी शामिल हैं। सूर्यकांत तिवारी की 65, सौम्या चौरसिया की 21 और समीर विश्नोई की 5 संपत्तियां शामिल है जिसे ईडी ने अटैच किया है।
जिसमें हिर्री, पोटिया, सेवती, दुर्ग में 65 एकड़ कृषि भूमि, रसनी आरंग में 10 एकड़ कृषि भूमि और कमर्शियल लैंड 12 एकड़ ठकुराइन टोला दुर्ग और फार्म हाउस शामिल है। इसके अलावा छापे के दौरान बरामद किए गए कैश, ज्वेलरी, प्लाट, फ्लैट और कोल वाशरी भी शामिल है।
आपको बता दें ईडी ने 11 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ में सूर्यकांत तिवारी, उनके रिश्तेदारों, कई IAS अधिकारियों और व्यवसाईयों को यहां छापामार कार्रवाई की थी। मामले में ईडी ने छतीसगढ़ में कोल घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग का पर्दाफाश किया था। जांच एजेंसी ने IAS समीर विश्नोई, लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल को गिरफ्तार किया था। बाद में सूर्यकांत तिवारी ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था। वहीं 2 दिसंबर को ईडी ने मुख्यमंत्री की उप सचिव सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार किया है। सौम्या चौरसिया अभी ईडी की हिरासत में है। जिनसे पूछताछ की जा रही है।
इससे पहले ईडी ने कोल घोटाले का पर्दाफाश करते हुए कहा था कि छत्तीसगढ़ में एक संगठित गिरोह के द्वारा कोयले पर अवैध रूप से 25 रुपये प्रति टन लेव्ही वसूल की जा रही थी। इस गिरोह में राजनेता, बड़े प्रशासनिक अधिकारी और दलाल शामिल हैं। ईडी ने अपने प्रेस नोट में सूर्यकांत तिवारी को गिरोह का सरगना बताया था।