रायपुर – भानुप्रतापपुर उप चुनाव की जीत पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भानुप्रतापपुर की जीत कांग्रेस सरकार के 4 साल के कामों पर जनता की मुहर है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की लोकप्रियता कांग्रेस की जनकल्याणकारी योजनायें कांग्रेस संगठन की मजबूती और पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम की नेतृत्व क्षमता कांग्रेस नेताओं की मेहनत का नतीजा यह चुनाव परिणाम है।
कांग्रेस संगठन की मजबूती का परिणाम है भानुप्रतापपुर। आदिवासी समाज ने एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी और उसकी नीतियों पर भरोसा जताया है। भानुप्रतापुर की जीत बुराई पर अच्छाई की जीत है। भाजपा एक 15 साल की मासूम बच्ची के दुराचारी के साथ खड़ी थी। कांग्रेस की प्रत्याशी एक शिक्षिका महिला थी। जनता ने भाजपा की बुराई को नकार दिया। भाजपा ने बलात्कारी प्रत्याशी बनाकर उसका चुनाव अभियान चलाया, जनता ने उसको पसंद नहीं किया। भानुप्रतापपुर में भाजपा और सर्व आदिवासी समाज के प्रत्याशियों के कुल मतों के लगभग बराबर हमारी प्रत्याशी को मिला।
पांचवा उपचुनाव जीत कर कांग्रेस ने नया रिकॉर्ड बनाया। 2018 विधानसभा चुनाव में तीन चौथाई से जीतने के बाद लगातार जनता का भरोसा कांग्रेस पार्टी के प्रति बढ़ता गया है। यह भरोसा 2023 के आम चुनाव में फिर से कांग्रेस की सरकार बनाकर जनता आर्शिवाद देगी। यह उपचुनाव भाजपा के प्रपंचों पर जनता का करारा जवाब है। भाजपा ने आदिवासी आरक्षण पर भ्रम फैलाने की कोशिश किया था। जनता इस बात को भली-भांति समझ रही थी। आदिवासी आरक्षण भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार के कारण कोर्ट में घटा। कांग्रेस की सरकार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में कानून बना कर आरक्षण बहाली के लिये रास्ता बनाया है। आरक्षण संशोधन विधेयक के विधानसभा में प्रस्तुत करते समय भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने जो आचरण दिखाया जनता ने उसका भी जवाब दिया।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिये भानुप्रतापपुर के उप चुनाव में अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया था इसलिए जनता रमन सिंह से नाराज थी, उसने भाजपा के खिलाफ मतदान किया। रमन सिंह इस चुनाव परिणाम के बाद भूपेश बघेल से माफी मांगे।