जांजगीर-चांपा – जिला अस्पताल की सुरक्षा और सफाई व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। पांच माह से वेतन नहीं मिलने के कारण सुरक्षाकर्मी और सफाई कर्मचारी बुधवार से हड़ताल पर चले गए हैं। इसके बाद कारण अस्पताल में जगह-जगह गंदगी का ढेर लग गया है। मरीज बदबू से परेशान होना शुरू हो गए हैं। हालांकि अस्पताल प्रशासन की ओर से दिहाड़ी पर मजदूर बुलाकर सफाई करवाई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, बीएससी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को जिला अस्पताल में सुरक्षा गार्ड और सफाई कर्मियों ठेका मिला है। कंपनी की ओर से अस्पताल में 18 सफाईकर्मी लगाए गए हैं। इन्हें छह हजार रुपये की दर से वेतन का भुगतान किया जाता है, लेकिन पांच माह से नहीं किया गया है। वहीं 20 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। उन्हें 6300 रुपये प्रतिमाह का भुगतान होता है, पर तीन माह से नहीं किया गया है।
इसके चलते बुधवार को सुरक्षाकर्मी और सफाईकर्मी कलेक्ट्रेट पहुंच गए। उन्होंने वेतन भुगतान की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा और फिर हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी। इसके बाद अस्पताल की व्यवस्था चरमरा गई है। एक ओर जहां सफाई नहीं होने से मरीज से लेकर सारा स्टाफ परेशान है, वहीं दूसरी ओर सुरक्षाकर्मियों के हटने से सुरक्षा को लेकर भी डर सताने लगा है। पहले भी जिला अस्पताल में बच्चे चोरी जैसी घटनाएं हो चुकी हैं।
जिला अस्पताल जांजगीर के सिविल सर्जन डॉ. अनिल जगत ने बताया कि, की सुरक्षाकर्मी और सफाईकर्मी बिना जानकारी दिए हड़ताल पर चले गए हैं। सफाई व्यवस्था महत्वपूर्ण है। बीएससी प्राइवेट लिमिटेड के संचालक को पत्र भेजकर पांच दिन के भीतर सुरक्षाकर्मियों और सफाई कर्मियों का भुगतान करने के लिए निर्देशित किया गया है। इसके बाद ठेका समाप्त कर कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई की जाएगी।अमर उजाला से