🦻👂🏾🙉🔊🔇🔊
😦 झंगलू :– भइया मंगलू , कान के कोई अच्छा डाक्टर होहि तो बताबे । रात भर अजीब – अजीब आवाज आथे ** कभी डीजे के दिल दहला देने वाला आवाज सुनाई पड़थे तो कभी फटाका फूटे के कानफोड़ू आवाज आथे
🤣 मंगलू :– ये कान के बीमारी नो हे झंगलू , ये बेवकूफानिक अउ प्रशासनिक बीमारी आय । बेवकूफ मन ही रात भर फटाका फोड़थें अउ कानफोड़ू डीजे बजाथें * दूसर मन ला दुखी कर के खुशी मनाथें । प्रशासन के तरफ से नियम कानून अउ आचार संहिता कम नइ हे * लेकिन , कड़ाई से पालन करवाय के कोई माई के लाल में दम नइ हे
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