राज्योत्सव और राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य का सर्व आदिवासी समाज ने किया बहिष्कार
मानपुर – पुरे प्रदेश मे राज्योत्सव मनाने सभी जिला व सत्ताधारी जनप्रतिनिधि पृथक पृथक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए. जिला मोहला मानपुर अम्बागढ़ चौकी जिला मुख्यालय मोहला मे आयोजित राज्योत्सव की तयारी लाखों रुपय शासन का खर्च कर सप्ताह भर से की गयी किन्तु कार्यक्रम मे पूरी कुर्सी खाली की खाली रही, वनाँचल आदिवासी बहुल जिला मुख्यालय क्षेत्र महीनो से आरक्षण आंदोलन निरंतर कर रहे. मोहला क्षेत्र के विधायक मुख्य अतिथि रहे.
आदिवासी समुदाय व क्षेत्र के सामाजिक जनप्रतिनिधि के नेतृत्व मे विरोध प्रदर्शन
अंचल के सभी आदिवासी समुदाय द्वारा निरंतर आंदोलन किया जा रहा आरक्षण को स्थिर रखने राज्योत्सव का बहिष्कार कर क्षेत्र के विधायक के नाम 5 सूत्रीय मांगो को ले कर ज्ञापन सौंपा गया.
राजनांदगांव कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन
आदिवासी आरक्षण में 12 फ़ीसदी कटौती के मामले को लेकर सर्व आदिवासी समाज द्वारा आज राजनांदगांव कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य उत्सव और राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का बहिष्कार किया गया है। इस दौरान काली पट्टी बांधकर आदिवासियों ने अपना विरोध जताया है।
आदिवासी समाज के आरक्षण में कटौती के मामले को लेकर सर्व आदिवासी समाज ने आज राजनांदगांव शहर के कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करते हुए आरक्षण में कटौती को लेकर प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। इस दौरान आदिवासियों ने काली पट्टी बांधकर छत्तीसगढ़ राज्योत्सव और राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का बहिष्कार किया है।
सर्व आदिवासी समाज के द्वारा 32 प्रतिशत आदिवासी आरक्षण को यथावत रखने की मांग को लेकर किए गए इस धरना प्रदर्शन में चरणबद्ध आंदोलन किए जाने की रूपरेखा भी तैयार की गई है, जिसके तहत आगामी 15 नवंबर को प्रदेश में आर्थिक नाकेबंदी करते हुए छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की सीमा के समीप चिचोला नेशनल हाईवे में चक्का जाम किए जाने का ऐलान किया गया है। वहीं आदिवासी समाज ने मांग की है कि आदिवासियों का 32 प्रतिशत आरक्षण यथावत किया जाए अन्यथा 32 फीसदी आरक्षण यथावत नहीं किए जाने तक उनका आंदोलन लगातार जारी रहेगा।