देवी -देवताओं की निकाली गई विशाल शोभायात्रा हजारो की संख्या में पहुंचे प्रदेश के कोने -कोने से लोग
मैनपुर – क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थल पैरी उदगम भाठीगढ़ मे क्षेत्रभर से पहुंचे देवी देवताओं व हजारो लोगो की उपस्थिति मे आदिवासी परंपरा अनुसार देवी देवताओं की विशाल शोभा यात्रा निकाल, रैनी मार, गढ़ चढाई के साथ ऐतिहासिक देव दशहरा पर्व मनाया गया। इस देव दशहरा मे आदिवासी संस्कृति की अनूठी झलक देखने को मिला , जहां क्षेत्रभर के देवी देवताओं के पहुंचने के बाद आपस मे मेल मुलाकात के पश्चात देवी देवताओं व हजारो लोग की भीड़ रैनी मारकर व गढ़ चढ़ाई की रश्म निभाते हुए दशहरा का पर्व मनाये और राजा रजवाड़े जमाने के तलवार खडक बाना सांगा व अनेक अस्त्र श़स्त्र भांजे जाते है। यह परंपरा वर्षो पुराना चली आ रही है और लोग इस दशहरा पर्व मे शामिल होने देवी देवताओ से आशिर्वाद लेने बडी संख्या मे भाठीगढ़ पहुंचे थे। क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक व देवस्थल पैरी उद्गम भाठीगढ़ मे चार दिवसीय देव दशहरा पर्व पर क्षेत्र भर के हजारो लोग पहुंच, देवी देवताओ से क्षेत्र मे सुख शांति समृध्दि व खुशहाली की कामना की।
देवी -देवताओं की शौर्य नृत्य को देखने उमड़ी भीड़
पैरी उद्गम भाठीगढ़ छत्तीसगढ़ के प्रमुख गढ़ के रूप मे विख्यात है और अपने धार्मिक आस्थाओं के लिये पूरे प्रदेश मे मशहूर है। यहां मनाये जाना वाला चार दिवसीय देव दशहरा अपने आप मे एक अनूठा धार्मिक आयोजन है जहां रावण दहन नही होता बल्कि आदिवासी संस्कृति के अनुसार दशहरा पर शक्ति पूजा के रूप मे देवी देवताओ की पूजा कर सवारी निकलती है।
इस मौके पर प्रमुख रूप से हेमसिंग नेगी, छबिलाल दिवान, खेदू नेेगी, प्रेमसाय जगत, नकछेड़ा राम धुर्वा, आशाराम यादव, मुखतयार सिंह दिवान, पवन दिवान, देवी सिंह, शोभा राम कुम्हार, सरपंच जिलेन्द्र नेगी, जनपद सदस्य डाकेश्वर नेगी, उत्तम पटेल, रामकृष्ण ध्रुव, थानूराम पटेल, बसंत जगत, माखनदास वैष्णव, कंवलदास वैष्णव, पारेश्वर नेगी, तिजराम यादव, रूपेश साहू, गंगाराम जगत ,थानू पटेल, तुलसी नागेश,बिसेसर सिक्का,सहित 36 ग्रामो के हजारो लोग उपस्थित थे।