पंजाब – पंजाब विधानसभा में भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार ने सोमवार को विश्वास मत हासिल कर लिया। विधानसभा में हाथ खड़े करवाकर विश्वास मत के पक्ष और विपक्ष में वोटिंग करवाई गई। विश्वास मत के समर्थन में 93 विधायकों ने वोट किया, जबकि विश्वास मत के खिलाफ जीरो वोट पड़े। विश्वास मत सर्वसम्मति से पारित हुआ।
विश्वास प्रस्ताव पर लंबी चर्चा के बाद विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान ने इस पर मतदान कराने की व्यवस्था दी। उन्होंने प्रस्ताव का समर्थन करने वाले विधायकों से हाथ उठाने को कहा और इसके बाद उन सदस्यों से पूछा जो प्रस्ताव के खिलाफ हैं। परिणामों की घोषणा करते हुए संधवान ने कहा कि AAP के 91 विधायकों ने प्रस्ताव का समर्थन किया। उन्होंने यह भी कहा कि सदन में मौजूद शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के तीन विधायकों में से एक विधायक ने और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एकमात्र विधायक ने प्रस्ताव का विरोध नहीं किया।
एकमात्र निर्दलीय विधायक भी सदन में मौजूद नहीं थे
मतदान के समय कांग्रेस और बीजेपी का कोई भी विधायक नहीं था और एकमात्र निर्दलीय विधायक भी सदन में मौजूद नहीं थे। सदन में आप के पास विधानसभा अध्यक्ष समेत 92 विधायक हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, “93 विधायकों ने प्रस्ताव का समर्थन किया है और कोई भी इसके खिलाफ नहीं है। अतः प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया जाता है।”
छह महीने पुरानी सरकार को गिराने का लगाया आरोप
पंजाब की 117 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 18, शिअद के तीन और बीजेपी के दो सदस्य हैं। इससे पहले विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने ‘ऑपरेशन लोटस’ को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा और छह महीने पुरानी सरकार को गिराने का आरोप लगाया। आप ने पहले दावा किया था कि उसके कम से कम 10 विधायकों से बीजेपी ने संपर्क कर उन्हें 25 करोड़ रुपये की पेशकश की थी और ऐसा ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत भगवंत मान की अगुवाई वाली सरकार को गिराने के लिए किया गया था।
विश्वास प्रस्ताव लाकर संविधान का उल्लंघन करने का आरोप
जैसे ही चर्चा शुरू हुई, कांग्रेस विधायकों ने वाकआउट कर दिया, क्योंकि वे मांग कर रहे थे कि विधानसभा अध्यक्ष उन्हें शून्यकाल में मुद्दे उठाने और बोलने के लिए समय दें। बीजेपी विधायक -अश्वनी शर्मा और जंगी लाल महाजन ने AAP सरकार पर विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाकर संविधान का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।
इससे पहले विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों ने ‘ऑपरेशन लोटस’ को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधा और छह महीने पुरानी सरकार को गिराने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 27 सितंबर को विश्वास प्रस्ताव सदन में पेश किया था।