सरकारी स्कूल में छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी मध्यान भोजन योजना का बुरा हाल…
प्रधान पाठक स्वयं बच्चो के लिए मध्यान भोजन पकाते नजर आये
मैनपुर – छत्तीसगढ़ प्रदेश में रसोईया संघ अपनी मांगो को लेकर हड़ताल पर चले गये है जिसके चलते गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र के शासकीय स्कूलो में मध्यान भोजन व्यवस्था गड़बड़ा गई है कई स्कूलो में मध्यान भोजन नही बन पा रहा है तो कई स्कूलो में स्वयं प्रधान पाठक और शिक्षक मध्यान भोजन बनाकर बच्चो को खिला रहे है। मध्यान भोजन बनाने वाले रसोईया संघ द्वारा तीन सूत्रीय मांगो को लेकर हड़ताल में चले जाने से स्कूलो में मिड डे मिल का काम प्रभावित हो रहा है कई स्कूलो में शिक्षक स्वयं चुल्हा फुककर बच्चो को खाना खिला रहे है। आज कई स्कूलो का जायजा लिया तहसील मुख्यालय मैनपुर स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में सुबह 9 बजे प्रधान पाठक संतोष मरकाम और शिक्षक बच्चो के लिए मध्यान भोजन तैयार करते नजर आये उनसे चर्चा करने पर बताया रसोईया संघ के हड़ताल में चले जाने से सुबह 9 बजे आकर पहले बच्चो के लिए मध्यान भोजन तैयार करते है और सुबह 10 बजे से पढ़ाई करवाते है दोपहर 12 बजे खुद बच्चो को मध्यान भोजन परोसते है और शाम तक बर्तन धो मांजकर घर जा रहे है ऐसे मैनपुर से 35 किमी दूर ग्राम गोना प्राथमिक शाला में भी देखने को मिला जहां माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक सूरज पात्र बच्चो के लिए स्वयं मध्यान भोजन पकाते नजर आये यह स्थिति विकासखण्ड के 50 से ज्यादा स्कूलो में देखने को मिल रही है जहां स्वयं स्कूल के शिक्षक बच्चो के लिए भोजन बना रहे है।
जब तक मांग पूरी नही होगी हड़ताल जारी रहेगा
तहसील मुख्यालय मैनपुर जनपद पंचायत कार्यालय के सामने स्कूल मध्यान भोजन रसोईया संयुक्त संघ मैनपुर विकासखण्ड द्वारा अपने तीन सूत्रीय मांगो को लेकर पिछले तीन दिनो से उग्र धरना प्रदर्शन आंदोलन किया जा रहा है। रसोईया संघ की प्रमुख मांग रसोईयो को नियमित किया जाये, कलेक्टर दर मानदेय दिया जाये और रसोईयो को निकालना बंद करे। स्कूल मध्यान भोजन रसोईया कल्याण संघ के अध्यक्ष तीरन सिंह नागेश, उपाध्यक्ष तुकाराम नेताम, सचिव महेश सिंह नेताम, कोषाध्यक्ष कैलाश पटेल ने बताया जब तक मांग पूरी नही होगी हड़ताल जारी रहेगा। उन्होने कहा मात्र 1500 रूपये के मानदेय में परिवार का पालन पोषण नही हो पा रहा है जिसके कारण आंदोलन कर रहे है।