धमतरी – वर्षाकाल अवधि में रेत खदानों में उत्खनन प्रतिबंधित रहने के बावजूद रेत माफियाओं की मनमानी जारी हैं। तेंदूकोना में रेत की चोरी के दौरान एक नरकंकाल भी बाहर आ गया। इससे ग्रामीणों की भावनाएं आहत हुई। ग्रामीणों ने कलेक्टर से रेत माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि जिले में 27 रेत खदानें संचालित हैं, जिन्हें वर्षाकाल में 15 जून से लेकर 15 अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया गया हैं। एनजीटी के निर्देशों का पालन कराने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर को सख्त निर्देशित भी किया है, इसके बावजूद धमतरी जिले में रेत का अवैध उत्खनन थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। सोमवार को एक रेत माफिया ग्राम पंचायत मथुराडीह के आश्रित गांव तेंदूकोंहा में रेत की चोरी कर रहा था।
रेत माफिया पर कोई कार्रवाई नहीं
यहां महानदी में शमशान के इलाके से रेत निकाली जा रही थी, जिससे नदी में दफन एक नरकंकाल बाहर आ गया। इससे ग्रामीणों में भारी नाराजगी हैं। नदी से अवैध रूप से रेत निकालने को लेकर ग्रामवासी मौके पर एकत्रित हो गए और रेत उत्खनन का विरोध करने लगे। इसकी शिकायत खनिज विभाग से लेकर एसडीएम और कलेक्टर तक की गई हैं। रेत माफिया पर कार्रवाई नहीं होने की दशा में तेंदूकोन्हा के ग्रामीणों ने आगामी नगरी प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री से मिलकर शिकायत करने की बात कही है।
तेंदूकोन्हा में अवैध रूप से रेत उत्खनन हो रहा था। खनन के दौरान नरकंकाल निकला है। मामले को संज्ञान में लेकर संबंधितों पर कार्रवाई की जाएगी।