भिलाई इस्पात के मैत्री बाग़ के सफ़ेद नर शेर क्सिहँ की कैंसर बीमार से मौत हो गयी। शासकीय चिकित्सकों की मौजूदगी में इस शेर का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया गया।
भिलाईनगर – भिलाई इस्पात संयंत्र के मैत्रीबाग जू में मंगलवार को सफेद शेर का निधन हो गया। वन विभाग की टीम ने उनका अंतिम संस्कार किया। यह शेर कैंसर से पीड़ित था और इसका इलाज मैत्री बाग के चिकित्सक और अंजोरा पशु चिकित्सालय के वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञ चिकित्सक के मार्गदर्शन में चल रहा था। काफी इलाज के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका। मंगलवार शाम जू प्रबंधन ने शेर का अंतिम संस्कार किया। रविवार को उसने जू के अंदर ही दम तोड़ दिया। जू प्रबंधन ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारी कंजरवेटर ऑफ फारेस्ट, डीएफओ और एसडीओ दुर्ग को दी। वह सभी लोग मैत्री बाग पहुंचे। इसके बाद उनकी मौजूदगी में शासकीय चिकित्सक द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया और उसका अंतिम संस्कार किया गया।
कमला का बेटा था किशन
मैत्रीबाग जू का नर शेर अथक प्रयासों के बावजूद इसे नहीं बचाया जा सका। मैत्री बाग में जन्में इस नर शेर किशन की उम्र 9 वर्ष थी। उसका जन्म 2013 में हुआ था। इसके पिता का नाम सुन्दर और मां का नाम कमला था। वन विभाग के अधिकारी कंजरवेटर आफ फारेस्ट, डीएफओ, एसडीओ, दुर्ग व शासकीय चिकित्सक की मौजूदगी में इस शेर का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया गया।
मैत्रीबाग जू का नर शेर अथक प्रयासों के बावजूद इसे नहीं बचाया जा सका। मैत्री बाग में जन्में इस नर शेर किशन की उम्र 9 वर्ष थी। उसका जन्म 2013 में हुआ था। इसके पिता का नाम सुन्दर और मां का नाम कमला था। वन विभाग के अधिकारी कंजरवेटर आफ फारेस्ट, डीएफओ, एसडीओ, दुर्ग व शासकीय चिकित्सक की मौजूदगी में इस शेर का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया गया।