नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से संबोधन के दौरान भ्रष्टाचारियों पर भी जमकर प्रहार किया। उन्होंने बगैर किसी का नाम लिए भ्रष्टाचार के दोषियों पर सवाल उठाए। साथ ही उन्होंने इसके खिलाफ जंग में भारतवासियों का सहयोग भी मांगा है। इस दौरान उन्होंने भाई भतीजावाद के मुद्दे का भी जिक्र किया और कहा कि राजनीति के अलावा भी यह कई क्षेत्रों को प्रभावित कर रहा है।
सोमवार को जब पीएम मोदी लाल किले पर देश को संबोधित कर रहे थे, तो उन्होंने भ्रष्टाचार का समर्थन करने वालों पर सवाल उठाए। हालांकि, उन्होंने इस दौरान किसी का भी नाम नहीं लिया है, लेकिन उनकी बातों को बिहार के हालिया सियासी घटनाक्रम और राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में हुए प्रदर्शनों से जोड़कर देखा जा रहा है।
पीएम ने कहा, ‘कई लोग तो इस हाल तक चले जाते हैं कि कुछ लोग जिन्हें कोर्ट ने दोषी पाया है, जेल में हैं। उनका भी महिमांडन करते हैं। जब तक भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारी के प्रति नफरत का भाव पैदा नहीं होता है, तब यह मानसिकता खत्म नहीं होगी। हमें इनके प्रति जागरूक होने की जरूरत है।’
बिहार और कांग्रेस का क्या हो सकता है एंगल
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़कर राष्ट्रीय जनता दल समेत कई अन्य पार्टियों से हाथ मिलाया है। खास बात है कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ के दौरान दिल्ली समेत की राज्यों में जमकर प्रदर्शन किए गए थे।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं ने दिल्ली पुलिस पर भी सवाल उठाए थे। उस दौरान पुलिस ने कई बड़े नेताओं को हिरासत में भी लिया था। खास बात है की ईडी ने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ये पूछताछ की थी। मल्लिकार्जुन खड़गे, पवन खेड़ा से भी इस मामले में पूछताछ हुई थी।
इसके अलावा ईडी ने शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत को भी पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार किया था। उनकी गिरफ्तारी के दौरान शिवेसैनिकों ने भी प्रदर्शन किया था। इसके अलावा अब खबर है कि पश्चिम बंगाल में बीरभूम के तृणमूल कांग्रेस नेता अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी को लेकर भी विरोध प्रदर्शन की तैयारी की जा रही है।
घोटालेबाजों पर निशाना
संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘किसी के पास रहने को जगह नहीं और किसी के पास चोरी का माल रखने की जगह नहीं है।’ खास बात है कि पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार में मंत्री रहे पार्थ चटर्जी के खिलाफ कार्रवाई की थी। शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में जांच कर रही ईडी को चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से करोड़ों रुपये की नकदी बरामद हुई थी।