रायपुर – भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ में बिगड़ती स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए राज्य सरकार पर निशाना साधा हैं. उन्होंने बस्तर के सुकमा जिले के कोंटा इलाके के रेगड़गट्टा गांव में 61 लोगों की अज्ञात बीमारी से मौत के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि स्वस्थ्य व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी हैं. हर वक्त खोखले दावे करने वाली सरकार बताए कि उनके होनहार स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कहां हैं? बस्तर में बड़ी संख्या में लोग काल के गाल में समा गए. इन आदिवासियों की मौत का जिम्मेदार कांग्रेस के नुमाइंदे और कांग्रेस की सरकार नहीं तो और कौन है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि, बस्तर में डेंगू कहर बनकर टूट रहा है. 650 से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं. मौत का सिलसिला जारी है. मलेरिया, टाइफाइड के मामलों की बाढ़ आ गई है. राज्य में कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है. मंकीपॉक्स के संदिग्ध मिल रहे हैं. स्वाइन फ्लू भी पैर पसार चुका है. स्वाइन फ्लू से मौत की खबर भी आ रही है. सुपेबेड़ा में 3 वर्षों में 82 लोग अपनी जान गवा चुके हैं. 35 लोग अब भी बीमार हैं.
सरकार अपनी अंतर्विरोध में घिरी हुई है. लोक स्वास्थ्य को खूंटी पर टांगकर, स्वास्थ्य व्यवस्था को राजनीतिक सूली पर लटकाकर स्वास्थ्य मंत्री लापता हैं। जिस तरह पंचायत विभाग दूसरे मंत्री को थमा दिया, वैसे ही स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसी अन्य मंत्री को क्यों नहीं सौंप रहे. मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की जंग में जनता की जान पर बन आई है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने यह भी कहा कि कांग्रेस की सरकार ने 3 साल 9 महीने में छत्तीसगढ़ को स्वास्थ्य के मामले में गंभीर हालात में ढकेल दिया है. 1990 से पहले छोटी छोटी बीमारियों से मौत हुआ करती थीं. आज छत्तीसगढ़ उसी हालात में खड़ा नजर आ रहा हैं और सरकार मूक दर्शक बनी बैठी है.